अयोध्या में अभेद्य होगी राम मंदिर की सुरक्षा, जानें क्या है मास्टर प्लान

सुरक्षा एजेंसियों से विचार विमर्श करने के बाद पूरी योजना सरकार के सामने प्रस्तुत की जाएगी. योजना को राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य और बीएसएफ के रिटायर्ड डीजी केके शर्मा तैयार करेंगे.

By Prabhat Khabar | December 31, 2021 5:56 PM

Ayodhya Ram Mandir Security Plan: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य होगी. मंदिर की सुरक्षा के लिए एक स्पेशल फोर्स का गठन किया जाएगा. यह स्पेशल फोर्स डीजी के निर्देशन और समीक्षा के आधार पर गठित होगी. स्पेशल फोर्स में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स लेकर लेकर सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और सिविल पुलिस के जवान शामिल होंगे.

राम मंदिर परिसर में कई घेरे की सिक्योरिटी होगी. पहले घेरे की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सिविल पुलिस के जवानों के कंधे पर होगी. दूसरे घेरे में सीआरपीएफ के जवान तैनात होंगे. वहीं, तीसरा घेरा, जो राम मंदिर के सबसे नजदीक होगा, वहां सुरक्षा व्यवस्था की कमान बीएसएफ और सीआईएसएफ के जवानों के हाथों में होगी.

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सुरक्षा एजेंसियों से विचार विमर्श करने के बाद पूरी योजना सरकार के सामने प्रस्तुत की जाएगी. योजना को राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य और बीएसएफ के रिटायर्ड डीजी केके शर्मा तैयार करेंगे.

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दरअसल, भगवान श्रीराम के साथ करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. इसलिए मंदिर का निर्माण पूरा होने पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचेंगे. ऐसे में उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने तैयारी करनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में बीएसएफ के रिटायर्ड डीजी केके शर्मा को नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में बनी राम मंदिर निर्माण समिति में शामिल किया गया है.

2023 से श्रद्धालु कर सकेंगे भगवान राम के दर्शन

संभावना जतायी जा रही है कि राम मंदिर को 2023 में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. हालांकि पूरी तरह राम मंदिर का निर्माण कार्य 2025 में पूरा होगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का मानना है कि राम मंदिर को दर्शन के लिए खोले जाने पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अयोध्या में इकट्ठा होगी. इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देना भी जरूरी हो गया है. इसी को लेकर ट्रस्ट और पुलिस के अधिकारियों के बीच लगातार बातचीत हो रही है.

Posted By: Achyut Kumar

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