मायावती ने प्रियंका से पूछा : राजस्थान में कोटा की मांओं से मिलने नहीं जायेंगी?

लखनऊ : नागरिकता कानून (CAA), एनआरसी (NRC) और एनपीआर (NPR) पर केंद्र सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से मायावती ने एक सवाल पूछा है. मायावती ने प्रियंका से पूछा है कि वह कोटा की मांओं के आंसू पोंछने क्यों नहीं जातीं. राजस्थान में लगातार हो रही बच्चों की मौत के मुद्दे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 2, 2020 10:48 AM

लखनऊ : नागरिकता कानून (CAA), एनआरसी (NRC) और एनपीआर (NPR) पर केंद्र सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से मायावती ने एक सवाल पूछा है. मायावती ने प्रियंका से पूछा है कि वह कोटा की मांओं के आंसू पोंछने क्यों नहीं जातीं. राजस्थान में लगातार हो रही बच्चों की मौत के मुद्दे पर प्रियंका गांधी की चुप्पी बेहद दुखद है.

राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.

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बसपा सुुप्रीमो मायावती ने कहा है, ‘कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से मांओं की गोद उजड़ना अति-दुःखद और दर्दनाक है. राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत खुद और उनकी सरकार इसके प्रति अब भी उदासीन, असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निंदनीय है.’

बसपा नेता ने आगे कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और खासकर महिला महासचिव प्रियंका गांधी का इस मामले में चुप्पी साधे रखना बेहद दुःखद है. अच्छा होता कि वह यूपी की तरह उन गरीब पीड़ित मांओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गयी है.’

मायावती ने कहा कि प्रियंका गांधी अगर राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की मांओं से नहीं मिलती हैं, तो अभी तक किसी भी मामले में उत्तर प्रदेश के पीड़ितों के परिवार से मिलना सिर्फ उनका राजनैतिक स्वार्थ और नाटकबाजी ही मानी जायेगी. इससे यूपी की जनता को सर्तक रहना है.

उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कोटा के जेके लोन हॉस्पिटल में फिर 9 बच्चों की मौत हो गयी, जिसके चलते एक महीने के अंदर मरने वाले बच्चों की संख्या 100 पहुंच गयी है. 23 और 24 दिसंबर को 48 घंटे में सरकारी अस्पताल में 10 बच्चों की मौत हुई थी, जिसके बाद विपक्ष ने गहलोत सरकार पर करारा हमला बोला था.

इसके बाद नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स की टीम ने कोटा का दौरा किया था. कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार पर करारा हमला बोला था.

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