समाज में नफरत फैलाने के लिए अब भगवान को भी जाति में बांट रही हैं भाजपा : मायावती

नयी दिल्ली/लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि समाज में नफरत फैलाने के लिए भगवान को भी जाति में बांटा जा रहा है. नफरत की राजनीति इतनी तेज हो गयी है कि लोग अब भगवान को भी जाति में बांट रहे हैं. मायावती ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि ‘सांप्रदायिकता की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 6, 2018 3:24 PM

नयी दिल्ली/लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि समाज में नफरत फैलाने के लिए भगवान को भी जाति में बांटा जा रहा है. नफरत की राजनीति इतनी तेज हो गयी है कि लोग अब भगवान को भी जाति में बांट रहे हैं. मायावती ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि ‘सांप्रदायिकता की राजनीति फैलाने वालों से लोगों को सावधान रहना चाहिए.’उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि जाति और संप्रदाय की राजनीति से सामाजिक भेदभाव का खतरा गहरा गया है.

उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भगवान हनुमान को दलित समुदाय का बताने वाले कथित बयान का जिक्र करते हुये कहा ‘‘वोट और चुनावी स्वार्थ की राजनीति में भाजपा के वरिष्ठ नेतागण इतना गिर गये हैं कि अब वे हिंदू देवी-देवताओं और आस्थाओं को भी नहीं बख्श रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ का कथित बयान चर्चा का विषय बना हुआ है और उनके इस बयान के आधार पर देश के सभी हनुमान मंदिरों को दलित पुजारियों के हवाले करने की मांग भी उठ रही है. मायावती ने भाजपा पर सांप्रदायिकता की राजनीति के जरिये समाज को बांटने का आरोप लगाते हुये कहा ‘‘इन लोगों ने जाति के आधार पर पहले लोगों को बांटा और अब देवी-देवताओं को भी जाति में बांटने का फरमान जारी कर रहे हैं.

भाजपा का करारा हमला, कहा- मिशेल के प्रत्यर्पण से परेशान कांग्रेस जुटी बचाव में

ऐसे लोगों से देश की जनता को सजग रहने की जरूरत है.’ बसपा प्रमुख ने दिल्ली स्थित अपने आवास पर डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित कर पार्टी कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि डॉ. अंबेडकर द्वारा प्रदत्त संविधान में ‘एक व्यक्ति एक वोट तथा प्रत्येक वोट का एक समान मूल्य’ के अधिकार को निष्प्रभावी बनाने की साजिश को सफल नहीं होने देना है. उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार समतामूलक समाज की स्थापना के संकल्प को साकार करने वाले संविधान को विफल साबित करने के षडयंत्र में लगी है. मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा की इस साजिश को नाकाम बनाने का आह्वान किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी वंचित तबकों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया.

Next Article

Exit mobile version