Ghazi Miyan Mela: 800 साल बाद क्यों नहीं लगेगा मसूद गाजी की दरगाह पर मेला?

Ghazi Miyan Mela: हर साल मसूद गाजी (Ghazi Saiyyad Salar Masud) की दरगाह पर लाखों श्रद्धालु चादर चढ़ाने और जियारत के लिए आते हैं. इनमें पूर्वांचल इलाके से बड़ी संख्या में हिन्दू श्रद्धालु शामिल होते हैं.

By Shashank Baranwal | May 4, 2025 11:59 AM

Ghazi Miyan Mela: बहराइच में हर साल आयोजित होने वाला सैयद सालार मसूद गाजी का प्रसिद्ध मेला इस बार आयोजित नहीं होगा. दरअसल, जिला प्रशासन की तरफ से मेले (Ghazi Miyan Ka Mela) के आयोजन के लिए अनुमति नहीं मिल पाई है. दरगाह प्रबंध समिति ने प्रशासन से 15 मई से 15 जून तक मेला आयोजित करने की सिफारिश की थी, जिसको प्रशासन ने ठुकराते हुए अनुमति देने से इंकार कर दिया है.

कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका

जिला प्रशासन ने जेठ मेला आयोजन की मांग को पहलगाम आतंकी हमला, संभल हिंसा और वक्फ बोर्ड संशोधन को लेकर देश भर के जनमानस में विरोध और आक्रोश को ध्यान में रखते हुए इंकार किया है. प्रशासन ने कानून व्यवस्था के बिगड़ने की आशंका जताई है, क्योंकि मेले में लाखों की संख्या में देशी-विदेशी लोगों के आने की अनुमान लगाया गया था.

यह भी पढ़ें- योगी सरकार की नई पहल, बुजुर्गों की सेहत की निगरानी करेगी विशेषज्ञों की टीम

यह भी पढ़ें- लखनऊ कमिश्नरेट में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 4 ACP समेत इन अधिकारियों को हुआ तबादला

प्रशासन ने नामंजूर की समिति की मांग

सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने बताया कि 15 अप्रैल को दरगाह शरीफ प्रबंध समिति के अध्यक्ष ने बहराइच जिलाधिकारी को जेठ मेले के आयोजन के लिए बैठक कराने के लिए पत्र लिखा था. इस पर संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई थी, जिसके बाद उचित समय न देखते हुए सिफारिश को अस्वीकार कर दिया गया. इस संबंध में दरगाह प्रबंध समिति को भी जानकारी दे दी गई है.

बड़ी संख्या में जाते हैं हिन्दू

प्रशासन के इस फैसले से श्रद्धालुओं को निराश होना पड़ेगा, क्योंकि हर साल मसूद गाजी (Ghazi Saiyyad Salar Masud) की दरगाह पर लाखों श्रद्धालु चादर चढ़ाने और जियारत के लिए आते हैं. इनमें पूर्वांचल इलाके से बड़ी संख्या में हिन्दू श्रद्धालु शामिल होते हैं. वहीं, कुछ समय पहले संभल जिले में गाजी मियां के नाम से लगने वाले नेजा मेले की भी प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं मिल पाई थी. उसी समय से बहराइच में लगने वाले जेठ मेले प्रतिबंध लगाने की मांग शुरु हो गई थी.

Ghazi miyan mela

यह भी पढ़ें- मदर डेयरी-अमूल के नक्शे कदम पर पराग, दूध की बढ़ाई कीमतें