Diwali 2025 : सरयू तट पर 2100 प्रतिभागियों से मां सरयू की महाआरती

Diwali 2025 : योगी सरकार की प्रेरणा से नया इतिहास बनने जा रहा है. मातृ शक्तियां, संस्कृत विद्यार्थी और वंचित समाज मिलकर भव्य सामूहिक आरती करेंगे. 11 जोन में आरती की व्यवस्थित व्यवस्था होगी.

By Amitabh Kumar | October 18, 2025 11:30 AM

Diwali 2025 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में इस वर्ष का दीपोत्सव 2025 अयोध्या को नई ऐतिहासिक ऊंचाइयों पर ले जाने जा रहा है। प्रभु श्रीराम की नगरी इस बार न केवल लाखों दीपों से जगमगाएगी, बल्कि सरयू तट पर मां सरयू की भव्य सामूहिक आरती भी आयोजित की जाएगी, जिसमें 2100 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे. मुख्यमंत्री की प्रेरणा और प्रशासन, सामाजिक संस्थाओं की संयुक्त पहल से यह आयोजन भक्ति, संस्कृति और सामाजिक समरसता का अद्भुत संगम बनेगा.

पिछली बार का रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी

पिछली बार 1151 लोगों ने सामूहिक रूप से सरयू की आरती कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। इस बार प्रतिभागियों की संख्या दोगुनी होने जा रही है, जिससे अयोध्या की आध्यात्मिक शक्ति और सामूहिक भक्ति का नया अध्याय लिखा जाएगा.

वशिष्ठ फाउंडेशन और जिला प्रशासन की संयुक्त व्यवस्था

आयोजन 19 अक्टूबर की शाम 5 बजे से शुरू होगा. इसे 11 जोन में विभाजित किया गया है, नयाघाट से लेकर लक्ष्मण घाट तक प्रत्येक जोन में लगभग 200 प्रतिभागियों के खड़े होकर आरती करने की व्यवस्था है. महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने बताया कि आयोजन को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिएहर संभव तैयारी की गई है. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अयोध्या की परंपरा और योगी सरकार की भावनाओं के अनुरूप होगा, जिसमें हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की गई है.

दीपदान और पूर्वाभ्यास से तैयार सरयू तट

17 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे दीपदान कार्यक्रम संपन्न हुआ. इसके साथ ही आरती का पूर्वाभ्यास भी कराया गया, ताकि प्रतिभागियों की पंक्तियाँ, वेदपाठ और दीप प्रज्ज्वलन का समन्वय सटीक और आकर्षक हो.

योगी सरकार की प्रेरणा से अयोध्या फिर रचने जा रही इतिहास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से यह आरती कार्यक्रम न केवल धार्मिक आयोजन बनेगा, बल्कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा. जब सरयू तट 2100 दीपों की आभा से झिलमिलाएगा, तो यह दृश्य अध्यात्म, एकता और मातृशक्ति का प्रतीक बनकर पूरे विश्व को अयोध्या की दिव्यता का संदेश देगा.