“रक्षासूत्र सिर्फ कलाई नहीं, आत्मा को जोड़ता है – रक्षाबंधन पर सीएम योगी का भावुक संदेश”

CM Yogi Adityanath News: रक्षाबंधन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रक्षासूत्र केवल कलाई नहीं बांधता, बल्कि आत्मा को जोड़ता है और यह हर युग में मर्यादा व आत्मीयता की अमर गाथा बुनता है. डिप्टी सीएम केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक, मायावती और ओपी राजभर ने भी शुभकामनाएं दीं और भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाने का संदेश दिया.

By Abhishek Singh | August 9, 2025 9:03 PM

CM Yogi Adityanath News: भाई-बहन के स्नेह का पर्व रक्षाबंधन आज पूरे देश के साथ उत्तर प्रदेश में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए लिखा, “स्नेह की पवित्र गांठ, विश्वास की मौन प्रतिज्ञा, भाई-बहन के अटूट प्रेम की जीवंत अभिव्यक्ति रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई. रक्षासूत्र की नन्ही डोर सिर्फ कलाई नहीं बांधती, आत्मा को जोड़ती है और हर युग में मर्यादा व आत्मीयता की अमर गाथा बुनती है.”

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य – “बंधन मजबूत बनाने का संकल्प लें”

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी रक्षाबंधन पर देश-प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, “यह पर्व भाई-बहन के प्रेम, स्नेह और संरक्षण के अटूट बंधन का प्रतीक है. आइए, इस मौके पर हम आपसी स्नेह, विश्वास और पारिवारिक मूल्यों को और मजबूत बनाने का संकल्प लें.”

ब्रजेश पाठक – “अटूट प्रेम का प्रतीक”

उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने एक्स पर लिखा, “भाई-बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक पर्व रक्षा बंधन की समस्त देश एवं प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.”

मायावती – “पवित्रता को बनाए रखें”

पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, “भाई-बहन के पवित्र रिश्ते और प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन की देश के सभी भाई-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं. लोग इसकी पवित्रता को बनाए रखते हुए पूरे सौहार्द और उमंग के साथ इसे मनाएं.”

ओपी राजभर – “भाई सिर्फ रक्षक नहीं, मित्र और पथप्रदर्शक भी”

यूपी सरकार के मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा, “रक्षाबंधन वह दिन है जब एक धागा अनगिनत भावनाओं को जोड़ता है – स्नेह, समर्पण, बचपन की शरारतें और आजीवन साथ का वाद.” उन्होंने जोर दिया कि भाइयों को बहनों की भावनाओं, आत्मसम्मान और स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए. अब भाई केवल रक्षक नहीं बल्कि सहायक, मित्र और पथप्रदर्शक भी हों.