आगराः ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर सिपाही से हुई लाखों की ठागी, साइबर टीम जांच में जुटी

आगराः फिरोजाबाद पुलिस में तैनात एक सिपाही से लाखों रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी कर दी गई. सिपाही ने इसकी शिकायत थाना साइबर में की है. इसके बाद पुलिस में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

By Prabhat Khabar | May 8, 2023 9:34 AM

आगराः फिरोजाबाद पुलिस में तैनात एक सिपाही से लाखों रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी कर दी गई. सिपाही ने इसकी शिकायत थाना साइबर में की है. इसके बाद पुलिस में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मिली जानकारी के अनुसार फिरोजाबाद पुलिस की आंकिक शाखा में तैनात सिपाही राकेश कुमार से अज्ञात व्यक्ति ने ट्रेडिंग गुरु बनकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी कर दी.

आगरा में सिपाही से ठगी

पहले सिपाही राकेश से मोबाइल पर मेटा ट्रेडर्स फाइव ऐप डाउनलोड करवाया. इसके बाद 34.93 लाख रुपए अकाउंट में जमा करा दिए. जब सिपाही ने मुनाफे की रकम मांगी तो मोबाइल बंद कर लिया और अब एप भी काम नहीं कर रहा. सिपाही को जब अपने साथ ठगी का अंदेशा हुआ तो उसने साइबर सेल में शिकायत की. रेंज साइबर क्राइम पुलिस थाना में केस दर्ज किया गया है.

सिपाही से कराया गया मेटा ट्रेडर्स 5 ऐप डाउनलोड

मिली जानकारी के अनुसार फरवरी 2021 में राकेश कुमार को एक कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने भी अपना नाम राकेश बताया और कहा कि वह ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की जानकारी देता है और इसमें काफी मुनाफा भी होता है. उसने सिपाही को अपने आप को मेटा ट्रेडर्स फाइव कंपनी का अधिकारी बताया और राकेश के मोबाइल में मेटा ट्रेडर्स 5 ऐप डाउनलोड करा दिया. जिससे निजी जानकारी आरोपी के पास पहुंच गई. आरोपी ने राकेश का डिमैट अकाउंट खोल दिया और ऐप चालू करा दिया.

Also Read: आगरा में सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए युवती ने सुसाइड का वीडियो किया अपलोड, लोकेशन ट्रेस कर पहुंची पुलिस

जिसके बाद आरोपी ने सिपाही से कई खातों में रुपए जमा करा दिए. हालांकि यह रकम ऐप में दिखाई दे रही थी. जब सिपाही राकेश ने आरोपी से रकम मांगी तो उसने कहा कि अभी और रकम जमा करनी पड़ेगी. जिसके बाद राकेश ने अपने भाइयों, मित्र के खाते से रकम ट्रांसफर कर दी. ऐसे कुल मिलाकर 34,93426 रुपए जमा हो गए.

पुलिस जांच में जुटी 

राकेश ने जब आरोपी से रकम वापस करने के लिए कहा तो उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया. एप पर जानकारी लेना चाहा तो उसका भी आईडी पासवर्ड गलत बताने लगा और कुछ समय बाद ऐप भी बंद हो गया. सिपाही को जब अपने साथ ठगी की जानकारी हुई तो उसने यह शिकायत साबर सेल में की. जिसके बाद यह मामला साइबर रेंज थाना में भेजा गया है और पुलिस जांच में जुट गई है.

Next Article

Exit mobile version