महिला शिक्षक को अश्लील मैसेज भेजने के मामले में छात्र पर बड़ी कार्रवाई, इलाहाबाद विवि ने किया निष्कासित

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय महिला शिक्षक को अश्लील मैसेज भेजने के आरोप में एक छात्र को निष्कासित कर दिया है. घटना के संबंध में गेस्ट फैकल्टी महिला शिक्षक ने 9 अप्रैल को बीए के छात्र के खिलाफ प्रशासन से शिकायत की थी.

By Prabhat Khabar | April 20, 2022 8:24 AM

Prayagraj News: इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में छात्र के महिला शिक्षक को अश्लील मैसेज भेजने के मामले में आरोपी को निष्कासित कर दिया है. घटना के संबंध में गेस्ट फैकल्टी महिला शिक्षक ने 9 अप्रैल को बीए के छात्र जीतेश के खिलाफ विश्व विद्यालय प्रशासन से शिकायत की थी.

विश्वविद्यालय ने निष्कासित किया छात्र

आरोपी छात्र को महिला शिक्षक की शिकायत के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था. साथी ही इस संबंध में स्पष्टीकरण भी मांगा था. चीफ प्रॉक्टर हर्ष कुमार ने आरोपी छात्र को स्पष्टीकरण न देने के कारण विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया.

असलील और अभद्र मैसेज भेजने का आरोप

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में गेस्ट फैकेल्टी (महिला शिक्षक) ने बीते सप्ताह ऑनलाइन क्लास के दौरान बीए द्वितीय वर्ष के छात्र जितेश प्रकाश मिश्रा द्वारा उन्हें वाट्सएप के जरिए लगातार असलील और अभद्र मैसेज भेजने का आरोप लगाया था. महिला शिक्षक के मुताबिक, बार बार मना करने के बाद भी छात्र अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था. छात्र लगातार अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भी उन्हें मैसेज कर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था. जिससे उन्हें मानसिक दबाव का सामना करना पड़ा.

महिला अतिथि प्रवक्ता की लिखित शिकायत पर इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार ने घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी छात्र को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा था कि यह कृत्य अनुशासनहीनता और अपराध की श्रेणी में आता है. इस आरोप में छात्र जितेश को विश्वविद्यालय से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से निष्कासित हुआ छात्र

साथ ही छात्र से 19 अप्रैल को अपने अभिभावक के साथ चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में अपराह्न दो बजे से तीन बजे के बीच उपस्थित होकर लिखित स्पष्टीकरण देने के भी निर्देश दिए. वहीं, मंगलवार 19 अप्रैल को आरोपी छात्र द्वारा संतोषजनक स्पष्टीकरण न दे पाने के कारण इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से निष्कासित कर दिया.

रिपोर्ट- एसके इलाहाबादी

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