Plantation: वाराणसी में प‍िता की याद में उनकी उम्र के बराबर 86 पौधे लगाकर शिक्षक बेटे ने दी श्रद्धांजल‍ि

यह पुत्र हैं वाराणसी के एक शिक्षक डॉक्टर सुनील श्रीवास्तव. उन्होंने अपनी कॉलोनी के पार्क में 86 पौधे पिता की उम्र के बराबर लगाए हैं. इतना ही नहीं इन वृक्षों के देखभाल का जिम्मा भी इन्होंने खुद उठाया है. श्रद्धांजलि देने का यह तरीका देख कॉलोनी के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर सहयोग किया.

By Prabhat Khabar | July 4, 2022 11:10 PM

Plantation In Varanasi News: पिता और पुत्र का रिश्ता कुछ ऐसा होता है कि दोनों चाहे जितनी दूर रहते हों उनके मन में दूरी कभी नहीं आती. ऐसे ही एक पिता-पुत्र के रिश्ते से मुलाकात कराने जा रहे हैं हम. जहां एक पुत्र ने अपने मृत पिता की स्मृति में उन्हें अनोखे तरीके से उन्हें श्रद्धांजलि दी है. इस पुत्र ने पिता की मृत्यु के बाद उनकी तेरहवीं की तिथि पर अपने पिता की उम्र के बराबर पौधे लगाकर मृत पिता को श्रद्धांजलि दी.

यह पुत्र हैं वाराणसी के एक शिक्षक डॉक्टर सुनील श्रीवास्तव. उन्होंने अपनी कॉलोनी के पार्क में 86 पौधे पिता की उम्र के बराबर लगाए हैं. इतना ही नहीं इन वृक्षों के देखभाल का जिम्मा भी इन्होंने खुद उठाया है. श्रद्धांजलि देने का यह तरीका देख कॉलोनी के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर सहयोग किया. इस मुहिम में सभी साथ में जुड़ गए. पेशे से शिक्षक डॉक्टर सुनील श्रीवास्तव भावुक होकर बताते हैं कि उनके पिता बाबुलाल श्रीवास्तव का 21 जून को बीमारी की वजह से निधन हो गया था. उनकी यादों को स्मृति में संजोए रखने के लिए परिवार ने तय किया कि पिता की याद में कुछ ऐसा किया जाए कि समाज के साथ-साथ पर्यावरण का भी लाभ हो. पिता का आशीर्वाद पेड़ की छांव स्वरूप मिलता रहे. इसके लिए पिता की उम्र 86 वर्ष के बराबर 86 पौधरोपण हमने कॉलोनी के ही पार्क में किया. ये वही पार्क है जहां हमारे पिता प्रतिदिन टहलते थे. यहां 86 पौधा लगाने के पीछे एक उद्देश्य यह भी था कि इन पौधों की देखभाल हो जाएगी. यदि कहीं और यह पौधे लगते तो इनकी देखभाल सम्भव नहीं हो पाता. डॉक्टर सुनील को पिता की तेरहवीं भोज के तैयारियों के बीच सुबह-सुबह मोहल्ले के लोगों ने जब पौधरोपण कर रहे हैं तो मोहल्ले के लोग भी सहयोग करने पहुंच गए. देखते ही देखते दर्जनों लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा हो गयी. स्थानीय निवासी विनय मोहन पाठक ने बताया कि अगर हर व्यक्ति इस तरह की मुहिम शुरू कर दे तो पर्यावरण को संतुलित रखने में बहुत बड़ा योगदान होगा.

रिपोर्ट : विप‍िन स‍िंह

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