अलीगढ़ में नेताजी ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए भरी थी हुंकार, आजादी का दिखाया था ये ख्वाब

Subhash Chandra Bose Jayanti 2022 : अलीगढ़ में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र युद्ध छेड़ने का समय आ गया है, तभी आजादी मिलेगी.

By Prabhat Khabar | January 23, 2022 11:32 AM

Subhash Chandra Bose Jayanti 2022 : नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर अलीगढ़ उनके अंतिम आगमन को भूला नहीं है. आजादी से पहले 1940 में स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर नबाव सिंह चौहान के बुलावे पर नेताजी अलीगढ़ के नगौला गांव में आए थे. इसके बाद नेताजी का फिर कभी आना नहीं हो पाया.

अलीगढ़ में अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कही थी बात 

अलीगढ़ के नगौला गांव में आए थे नेताजी… 1940 में स्वतंत्र सेनानी ठाकुर नवाब सिंह चौहान के बुलावे पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस अलीगढ़ के जवां स्थित नगौला गांव में आए थे. नेताजी सुभाष चंद्र बोस अलीगढ़ के खैर लोधा भी पहुंचे थे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ था. अलीगढ़ के मालवीय पुस्तकालय में नेताजी की बड़ी जनसभा भी हुई थी, जिसकी अध्यक्षता मलखान सिंह ने की थी. जनसभा में नेता जी ने कहा था कि महात्मा गांधी के अहिंसा के रास्ते पर चलकर आजादी मिलने में समय लगेगा. अब अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र युद्ध छेड़ने का समय आ गया है, तभी आजादी मिलेगी. वहां से नेताजी आगरा चले गए थे. फिर कभी वापस नहीं आए.

Also Read: अयोध्या में रहे गुमनामी बाबा को लेकर ऐसे तथ्य तथ्य जो दावा करते हैं कि वही थे नेता जी सुभाष चंद्र बोस

ऐसे थे नेताजी…बताया जाता है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस अलीगढ़ में एक बनिया के यहां रुके थे. उस सेठ ने नेताजी को 101 रूपए और एक तेल का कनस्तर भेंट किया था. नेता जी ने कनस्तर वापस कर दिया था क्योंकि उन्हें दौरे में गाड़ियों के लिए पेट्रोल की आवश्यकता थी, इसलिए केवल 101 रुपए उन्होंने स्वीकार किया था. ऐसे थे नेताजी. अलीगढ़ में सुभाष चौक और प्रतिमा आज भी उनकी याद दिलाती है.

Next Article

Exit mobile version