रूबीना खान को सुरक्षा देने के लिए अलीगढ़ के डीएम-एसएसपी को मिले निर्देश, राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान

ज्ञानवापी मस्जिद पर विवादित बयान देकर चर्चा में आई सपा की पूर्व महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम को मिल रही जान से मारने की धमकी को मध्य नजर रखते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने अलीगढ़ के डीएम और एसएसपी को निर्देश जारी किए.

By Prabhat Khabar | May 23, 2022 8:26 PM

Aligarh News: ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद अलीगढ़ की सपा नेत्री रुबीना खान को महानगर अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. अब उन्‍हें जान से मारने की धमकी भी मिल रही है. राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने इस मामले में संज्ञान लिया है. अलीगढ़ के डीएम और एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि रूबीना खान को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए.

क्‍या है पूरा मामला

ज्ञानवापी मस्जिद पर विवादित बयान देकर चर्चा में आई सपा की पूर्व महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम को मिल रही जान से मारने की धमकी को मध्य नजर रखते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने अलीगढ़ के डीएम और एसएसपी को निर्देश जारी किए. राज महिला आयोग के सचिव की ओर से भेजे गए पत्र में डीएम और एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि अलीगढ़ में एक आवेदिका द्वारा ’पिछले दिनों ज्ञानवापी के मुद्दे पर मीडिया पर राष्ट्रहित में देश के भाईचारे की बात करने पर मुझे और मेरे परिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने की धमकियां दी जा रही है’ का प्रार्थना पत्र मिला. इसका त्वरित संज्ञान लेते हुए अलीगढ़ की डीएम व एसएसपी को अपने स्तर से प्रकरण में शीघ्र एवं नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही व पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था कराकर कृत कार्यवाही की आख्या यथाशीघ्र उपलब्ध कराई जाए. इसकी जानकारी अलीगढ़ के सहायक सूचना निदेशक संदीप कुमार ने दी.

ज्ञानवापी पर दिया था बयान

सपा की महानगर अध्यक्ष रहते हुए रूबीना खानम ने ज्ञानवापी मस्जिद के शिवलिंग मिलने के बाद कहा था कि अगर हमारे किसी शासक ने बलपूर्वक मंदिर पर कब्जा कर मस्जिद बनाई थी तो हमें इसे छोड़ देना चाहिए, दूसरे धर्म की आस्था को कुचलकर मस्जिद बनाना इस्लाम के सिद्धांतों का उल्लंघन है. हमारे मुस्लिम धर्म गुरुओं को यह सोचना चाहिए. ज्ञानवापी पर दिए बयान को लेकर सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने एक पत्र जारी कर रुबीना खानम को अनुशासहीनता में महानगर अध्यक्ष पद से हटा दिया था. इसके बाद रुबीना खान ने समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता को त्याग दिया था.

रिपोर्ट : चमन शर्मा

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