Ram Mandir: भूमि पूजन पर पाकिस्तान समेत विदेशी मीडिया का रिएक्शन, जानें दुनिया के अखबारों ने क्या लगाईं सुर्खियां

Ram Mandir Bhumi Pujan : करीब पांच दशकों से राम मंदिर की बाट जोह रही अयोध्या मंदिर के शिलान्यास को लेकर रात भर जागती रही. भूमि पूजन पर विश्व के कई मुख्य अखबारों ने इसे वरीयता दी.

By Prabhat Khabar | August 6, 2020 9:58 AM

Ram Mandir Bhumi Pujan : करीब पांच दशकों से राम मंदिर की बाट जोह रही अयोध्या मंदिर के शिलान्यास को लेकर रात भर जागती रही. उल्लासित आंखों में राम मंदिर के सपने थे. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर का भूमि पूजन होने के बाद लोगों ने शंख बजाकर इसका स्वागत किया. इससे पहले हनुमानगढ़ी में घरों से रात भर भजन-कीर्तन और रामधुन की आवाजें आती रहीं. पूरी रात अयोध्या में लोग सोये नहीं. मंगलवार शाम को सरयू घाट पर दीपावली के साथ शुरू हुआ जश्न बुधवार सुबह भूमि पूजन तक जारी रहा. सुबह से ही हो रही बारिश के बावजूद लोगों का उत्साह चरम पर था. कोई घर ऐसा नहीं था, जिस पर भगवा पताका न लहरा रही हो. सड़कों पर सजी रंगोली और कतारबद्ध लगे दीपक भगवान राम द्वारा चौदह वर्षों का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटने की याद दिला रहे थे.

नये तरह के भारतीय संविधान का शिलान्यास : द डॉन

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन को को पाकिस्तान के अखबार डॉन ने अलग प्रकार के भारतीय संविधान का शिलान्यास बताया. डॉन ने लिखा कि बाबरी मस्जिद की जगह पर हिंदू मंदिर का शिलान्यास बताता है कि भारत का मौलिक संवैधानिक ढांचा बदल रहा है. यह सेक्युलर भारत को हिंदू राष्ट्र में बदलने का एक और कदम है.

सुप्रीम कोर्ट से साफ हुआ मंदिर निर्माण का रास्ता : बीबीसी

बीबीसी ने राम मंदिर के भूमि पूजन पर लिखा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ है. अखबार ने राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद का भी जिक्र किया. बीबीसी ने लिखा कि मोदी ने मंदिर का भूमि पूजन किया. दावा किया जाता है कि यहां मस्जिद से पहले मंदिर था. मस्जिद के लिए अलग जगह दी गयी है.

भारत में तीन महीने पहले ही आ गयी दीवाली : द गार्जियन

द गार्जियन ने लिखा कि अयोध्या समेत पूरे देश में तीन महीने पहले ही दीवाली आ गयी. भगवान राम हिंदुओं में सबसे ज्यादा पूजनीय हैं. उनका मंदिर बनना हिंदुओं के लिए गर्व का क्षण है. अखबार ने इसे इतिहास का सबसे भावनात्मक मुद्दा बताया. कहा कि मुसलमानों को मस्जिद के जाने का दु:ख है, पर उन्होंने मंदिर निर्माण पर सहमति दे दी है.

भारत का सेक्युलर विचारधारा से समझौता : अल जजीरा

अल जजीरा ने राम मंदिर के शिलान्यास को भारत की सेक्युलर विचारधारा से समझौता बताया है. लिखा कि मंदिर आंदोलन नवंबर, 2019 में समाप्त हुआ, जब सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं को मस्जिद की जगह दे दी. इसे विडंबना बताते हुए अखबार ने लिखा कि मंदिर की नींव रखी जा रही है जबकि विध्वंस मामले की सुनवाई अभी पूरी नहीं हुई है.

दुनिया के सबसे भव्य मंदिरों में से एक होगा : एबीसी न्यूज

एबीसी न्यूज ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि अयोध्या का राम मंदिर दुनिया के सबसे भव्य मंदिरों में से एक होगा. लिखा कि कोरोना महामारी की वजह से भारी भीड़ नहीं हुई, लेकिन भारत के हिंदू खुश हैं. मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया. यहां पहले कथित तौर पर मस्जिद थी. राम मंदिर के निर्माण में तीन से साढ़े तीन साल लगेंगे.

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