PM Kisan Samman Nidhi Yojana: पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ लेने वालों से होगी वसूली, 3 लाख किसान अपात्र

PM Kisan Samman Nidhi Yojana: पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठाने वाले किसानों में कुछ किसान ऐसे भी हैं, जोकि पात्र न होने पर भी गलत तरीके से योजना का लाभ उठा रहे हैं. योजना का लाभ लेने वालों में तीन लाख दस हजार किसान अपात्र पाए गए हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है.

By Prabhat Khabar | May 12, 2022 8:39 AM

Pm Kisan Samman Nidhi Yojana: देश में बढ़ती महंगाई के बीच उत्तर प्रदेश के किसानों लिए केंद्र की पीएम किसान सम्मान निधि योजना काफी मददगार साबित हो रही है. इस योजना के तहत सरकार 1 साल में 3 किस्त के जरिए किसानों के खाते में 6,000 रुपए की आर्थिक सहायता भेजती है, जोकि किसानों के लिए आर्थिक रूप से काफी मददगार साबित हो रही है, लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं, जोकि पात्र न होने पर भी गलत तरीके से योजना का लाभ उठा रहे हैं.

तीन लाख दस हजार अपात्र किसानों की हुई किसान

पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वालों में तीन लाख दस हजार किसान अपात्र पाए गए हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है. सरकार ऐसे सभी अपात्र लोगों से दी गई राशि की वसूली करेगी. अपात्र लाभार्थी ऑनलाइन पोर्टल पर मिली धनराशि स्वेच्छा से भी वापस कर सकते हैं. वसूली के संबंध में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कृषि निदेशक, सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपात्र किसानों से वसूली करके केंद्र सरकार के खाते में धनराशि जमा कराई जाए.

अब तक 2.55 करोड़ किसानों ने उठाया योजना का लाभ

योजना में किसानों को तीन किस्तों में 6 हजार रुपए उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं. अब तक 2.55 करोड़ किसानों को इसका लाभ मिल रहा है. इनमें 6 लाख 18 हजार किसान ऐसे हैं, जिनकी अगली किस्म इसलिए रुकी है, क्योंकि डेटाबेस में आधार संख्या गलत दर्ज है या आवेदन पत्र के अनुसार नाम और आधार कार्ड में दर्ज नाम में भिन्नता है. ऐसे में मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि किसानों का डेट सुधार कर लंबित मामलों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए. इसके लिए राजस्व और कृषि विभाग की टीम बनाकर 100 फीसदी सत्यापन 30 जून तक पूरा कर लिया जाए.

53 फीसदी लाभार्थियों का ई-केवाइसी पूरा

इसके अलावा यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सभी लाभार्थियों का ई-केवाइसी 31 मई तक पूरा करा लिया जाए. रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक 53 फीसदी लाभार्थियों का ही ई-केवाइसी पूरा हो सका है.

Posted by: Sohit kumar

Next Article

Exit mobile version