Lucknow News: मैम Sorry ऐसा फिर कभी नहीं होगा…और रेलवे ट्रैक पर पहुंचा छात्र, हालत नाजुक

छात्र के पास से बरामद माफीनामा में उसने लिखा है कि मैम, मैं... कक्षा नौ का छात्र हूं. मैं माफी मांगता हूं, जो कुछ भी गलती मैंने की. मैंने जो किया वह बहुत गलत था. मैम, मैं वादा करता हूं कि ऐसा दोबारा कभी नहीं होगा.

By Prabhat Khabar | November 17, 2022 8:16 AM

Lucknow News: राजधानी के सीएमएस गोमतीनगर विस्तार शाखा में पढ़ने वाला कक्षा नौ का एक छात्र बुधवार को रेलवे लाइन पर लहूलुहान मिला. छात्र के सिर व पैर पर गंभीर चोट आई है. पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया. छात्र के पास से नोट मिला, जिसमें उसने एक गलती के लिए टीचर से माफी मांगी है. देर रात छात्र को क्रिटिकल हालत में मेदांता में शिफ्ट किया गया है.

छात्र ने माफीनामा में ये लिखा

छात्र के पास से बरामद माफीनामा में उसने लिखा है कि मैम, मैं… कक्षा नौ का छात्र हूं. मैं माफी मांगता हूं, जो कुछ भी गलती मैंने की. मैंने जो किया वह बहुत गलत था. मैम, मैं वादा करता हूं कि ऐसा दोबारा कभी नहीं होगा.

रेलवे लाइन पर कैसे पहुंचा छात्र

इंस्पेक्टर गोमतीनगर विस्तार अनिल कुमार सिंह का कहना है कि छात्र के पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और खरगापुर की वशिष्ठ विहार कॉलोनी में रहते हैं. छात्र जिस रास्ते से अक्सर घर जाता है, उस मार्ग से बुधवार को नहीं गया था. वह रेलवे लाइन पर कैसे पहुंचा, इसके बारे में छानबीन की जाएगी. नोट की जांच होगी. परिवारीजन की शिकायत पर आगे की कार्रवाई होगी.

स्कूल मैनेजमेंट ने कही ये बात

इस मामले को लेकर सीएमएस के प्रवक्ता ऋषि खन्ना ने बताया कि घटना से पूरा स्कूल परिवार सकते में है और आदित्य के ठीक होने की मनोकामना करता है. छात्र बेहद होनहार है.वह खेलकूद में हिस्सा लेता है और अच्छा खिलाड़ी है. पढ़ाई में सामान्य होने के कारण परीक्षा में उसके अच्छे अंक नहीं आए थे.

छात्र से मिला नोट स्कूल की साधारण प्रक्रिया है. जब कोई छात्र गलती करता है तो माफीनामा स्कूल प्रबंधन की ओर से अक्सर लिखवाया जाता है. छात्र ने टीचर का नंबर पिता के मोबाइल पर ब्लॉक कर रखा था. टीचर ने उससे कहा, तुम्हारे पिता से बात नहीं हो पा रही है, उनसे कहना होम विजिट पर आना है. तुम्हारा आईकार्ड भी नहीं बना है. उनसे दो फोटो भी लेनी है.

छात्र को चोट कैसे आई, इसकी जांच की जाएगी. स्कूल प्रबंधन छात्र और उसके घरवालों के साथ है. उधर, प्रिंसिपल संगीता बैनर्जी बहन के बीमार होने के चलते कानपुर में थी. घटना की जानकारी पर वह तुरंत लखनऊ पहुंचीं.

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