Gorakhpur Festival 2023: मुख्यमंत्री योगी बोले- छह सालों में विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है गोरखपुर

Gorakhpur News: सीएम योगी गोरखपुर महोत्सव 2023 के समापन समारोह में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा शहर में विकास की नई यात्रा प्रारंभ की है. इस जनपद पर पीएम मोदी की विशेष अनुकम्पा भी है. पीएम के नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर विकास की.

By Prabhat Khabar | January 13, 2023 8:58 PM

Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बीस वर्ष पूर्व गोरखपुर को आतंक और अपराध का पर्याय समझा जाता था. पर, विगत छह सालों में यह विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है. यहां के नागरिकों और नौजवानों को एक नई पहचान मिली है. शहर में अब अपराध नहीं, आस्था और विकास का समन्वित केंद्र है.

सीएम योगी तीन दिवसीय गोरखपुर महोत्सव 2023 के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि विगत छह सालों इसका आयोजन पूरी भव्यता से हो रहा है. शहर में विकास की नई यात्रा प्रारंभ की है. इस जनपद पर पीएम मोदी की विशेष अनुकम्पा भी है. पीएम के नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर विकास की नई यात्रा पर है तो इसमें यूपी भी नई सोच के साथ आगे बढ़ा है.

Gorakhpur festival 2023: मुख्यमंत्री योगी बोले- छह सालों में विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है गोरखपुर 5
शहर में नया कारखाना खुला
Gorakhpur festival 2023: मुख्यमंत्री योगी बोले- छह सालों में विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है गोरखपुर 6

सीएम योगी ने कहा कि हमारी पहचान अच्छाई से होनी चाहिए. इसी के दृष्टिगत गोरखपुर ने विकास की हर उस योजना को छुआ है, जिसकी तड़पन थी. कभी खुद बीमार रहे बीआरडी मेडिकल कॉलेज की स्थिति तो ठीक हुई ही, यहां एम्स भी खुल गया.1990 में बंद खाद कारखाने की जगह 2021 में नया कारखाना चालू हो गया. यह क्षमता से अधिक उत्पादन कर रहा है. रामगढ़ताल पर्यटन के नए केंद्र के रूप में उभरा है. वायुसेवा बेहतरीन हुई है. शहर को चिड़ियाघर की सौगात मिल गई है.

शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार का हब बन रहा गोरखपुर Also Read: Gorakhpur Mahotsav 2023: सीएम योगी आदित्यनाथ इन 10 लोगों को देंगे गोरखपुर रत्न सम्मान, देखें लिस्ट

सीएम योगी ने कहा कि जिस जिले की पहचान अपराध से थी, वह गोरखपुर अब विकास और चार विश्वविद्यालयों की पहचान रखता है. शहर अब शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और उद्योग का हब बन रहा है. फिल्म बनाने के लिए भी यह बड़े मंच के रूप में उभरा है.

कला का सम्मान व प्रोत्साहन होना चाहिए
Gorakhpur festival 2023: मुख्यमंत्री योगी बोले- छह सालों में विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है गोरखपुर 7

मुख्यमंत्री ने कहा कि कला का सम्मान व प्रोत्साहन होना चाहिए. यह गोरखपुर महोत्सव उसी का हिस्सा है. तीन दिवसीय इस महोत्सव में कला के क्षेत्र की कई विभूतियों के साथ बड़ी संख्या में नवोदित कलाकारों को मंच व सम्मान मिला है. आज पीएम मोदी ने काशी से डिब्रूगढ़ तक सबसे बड़े क्रूज का शुभारंभ किया है. कल शाम काशी में प्रसिद्ध संगीतकार शंकर महादेवन व उनकी टीम ने भजन संध्या की प्रस्तुति दी. उसे खूब सराहा गया.

पूरी दुनिया भारतीय संगीत के पीछे भाग रही

सीएम योगी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारतीय संगीत के पीछे भाग रही है. भारतीय संगीत में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ अध्यात्म का वह पुट है. जिसमें समाज व देश को जोड़ने की ताकत है. इसके साथ ही सीएम ने सभी लोगों को आगामी मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि 14-15 जनवरी से खिचड़ी मेला प्रारम्भ होगा. लाखों श्रद्धालु बाबा गोरखनाथ को आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाएंगे.

सीएम के हाथों गोरखपुर रत्न से सम्मानित हुईं 10 विभूतियां
Gorakhpur festival 2023: मुख्यमंत्री योगी बोले- छह सालों में विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है गोरखपुर 8

सीएम योगी ने 10 विभूतियों को गोरखपुर रत्न से सम्मानित किया. खेल के क्षेत्र में डेफ ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता बैडमिंटन टीम की खिलाड़ी आदित्या यादव, एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता गोविंद साहनी, एशियन वॉलीबाल चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अतुल सिंह, टेनिस बाल क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अमन राज, पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में डॉ अनिता अग्रवाल, विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. सीमा मिश्रा, उद्योग के क्षेत्र में चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल व महिला उद्यमी संगीता पांडेय, साहित्य के क्षेत्र में कवयित्री डॉ. चारुशीला सिंह तथा कला के क्षेत्र में रंगकर्मी अशोक महर्षि को गोरखपुर रत्न सम्मान से नवाजा गया.

सोनू निगम के एलबम ‘श्रीहनुमान चालीसा’ का किया विमोचन

सीएम योगी ने प्रख्यात गायक पद्मश्री से सम्मानित सोनू निगम के एलबम (सीडी) ‘श्रीहनुमान चालीसा’ का विमोचन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुमान चालीसा गोस्वामी तुलसीदास जी की कृति है. इसके रचते समय अनेक चुनौतियां भी आईं, लेकिन हनुमान जी की कृपा से सभी संकट दूर होते गए. बच्चे की प्रारंभिक बोली की तरह यह सहज और सरल तरीके से शिक्षित-अनपढ़ सबके रोम रोम में बसा है.

Next Article

Exit mobile version