यात्रीगण कृपया ध्यान दें : पहली बार ढाई घंटे लेट हुई तेजस, जानें वजह

पहली बार Tejas Express शनिवार-रविवार को तीन फेरों में 2.5 घंटे लेट हुई. जिससे IRCTC को हर यात्री को 250 रुपये मुआवजा देना होगा. भारी बारिश के बाद Delhi Railway स्टेशन पर सिग्नल फेल होने से Tejas करीब ढाई घंटे देरी से पहुंची

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2021 8:09 AM

Tejas Train Timing: देश की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) शनिवार-रविवार को तीन फेरों में 2.5 घंटे लेट हुई, जिसके चलते आईआरसीटीसी (IRCTC) को पहली बार सर्वाधिक 2035 यात्रियों को करीब साढ़े चार लाख रुपये हर्जाना भरना होगा.

शनिवार को हुई भारी बारिश के बाद दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सिग्नल फेल होने से तेजस करीब ढाई घंटे देरी से पहुंची, वापसी में भी ट्रेन लखनऊ के लिए इतनी ही देर से छूटी. रविवार को भी लखनऊ-दिल्ली तेजस करीब एक घंटा लेट रही.

बता दें कि तेजस एक्सप्रेस देश की पहली ट्रेन है, जिसके लेट होने पर यात्रियों को हर्जाना मिलता है. ट्रेन के एक घंटा लेट होने पर 100 रुपये और दो घंटे या अधिक लेट पर 250 रुपये हर्जाना मिलने का प्रावधान है. ट्रेन संचालित कर रहे आईआरसीटीसी को शनिवार को तेजस के दो फेरों के 1574 यात्रियों को प्रति व्यक्ति 250 रुपए के हिसाब से कुल तीन लाख 93 हजार 500 रुपये लौटाने होंगे, जबकि रविवार पहले फेरे के 561 यात्रियों को एक घंटे की देरी के लिए सौ-सौ रुपये के तौर पर 56100 रुपये हर्जाना भरना होगा.

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ऐसे रूकी तेजस की रफ्तार

तेजस शनिवार को सही समय पर नई दिल्ली को रवाना हुई. ट्रेन सुबह 11:45 बजे सही समय पर गाजियाबाद पहुंची, लेकिन इस बीच नई दिल्ली स्टेशन पर तेज बारिश ने सभी सिग्नल पैनल खराब कर दिए. ट्रेन 2:40 घंटे बीच सफर रोकी जाने के बाद दोपहर 3:05 बजे नई दिल्ली पहुंची. इसी तरह वापसी में इस ट्रेन को दोपहर 3:40 की जगह शाम 6:10 बजे 2:30 घंटे की देरी से लखनऊ रवाना किया गया. वापसी में यह ट्रेन 2:52 रात 12:57 बजे लखनऊ जंक्शन पहुंची. रात भर जागकर आइआरसीटीसी अधिकारियों ने तेजस के फिटनेस की जांच कराई. यात्रियों को उनके मोबाइल फोन पर ट्रेन देरी से छूटने का एसएमएस भेजा गया.

दो साल में पहली बार इतना बड़ा हर्जाना

फ्लाइट जैसी सुविधाओं से लैस तेजस एक्सप्रेस पहली बार 4 अगस्त 2019 को लखनऊ से दिल्ली के बीच चली थी. अब तक एक घंटे से कम देरी के लिए इसकी पांच बार शिकायत हुई है. आईआरसीटीसी का दावा है कि ट्रेन 99.9 फीसदी राइट टाइम रही है. करीब दो साल में यह पहला मामला है, जब ट्रेन लेट होने पर आईआरसीटीसी को इतनी बड़ी रकम चुकानी होगी. बीती ठंड में कोहरे के चलते तेजस एक बार दो घंटे लेट हुई थी. तब डेढ़ हजार से अधिक यात्रियों को हर्जाना देना पड़ा था. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बंद हुई ट्रेन सात अगस्त को फिर शुरू हुई है.

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Posted By Ashish Lata

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