UP Politics: भाजपा के सहयोगी दल भी लड़ेंगे निकाय चुनाव, अपना दल-निषाद पार्टी ने मांगी सीटें, जानें रणनीति

कोर्ट के फैसले के बाद निकाय चुनाव कभी भी हो सकता है. इसलिए सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. वे कोई भी कमी नहीं छोड़ रहे हैं. भाजपा सरकार के सहयोगी दलों ने सर्वे कराने के बाद दावेदारों से भी संपर्क साधना शुरू कर दिया है. नगर निकायों से दावेदारों के आवेदन भी पहुंच गए हैं.

By Prabhat Khabar | December 26, 2022 3:09 PM

Bareilly: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भाजपा सरकार के सहयोगी दल (अपना दल और निषाद पार्टी) भी प्रत्याशी उतारने की तैयारी में हैं. इसके लिए यूपी के सभी जिलों में सरकार के सहयोगी दलों ने नगर निकायों में संगठन से सर्वे करा लिया है. इसके बाद दावेदारों से संपर्क भी साधना शुरू कर दिया है. बरेली की एक नगर पालिका निषाद पार्टी ने मांगी है, तो वहीं एक नगर पंचायत पर अपना दल ने दावा ठोका है. इसी तरह का सर्वे यूपी की सभी 762 निकाय में किया गया है.

भाजपा को सौंपी सीटों की सूची

सर्वे के बाद अपना दल और निषाद पार्टी ने भाजपा को गठबंधन में सीटें देने के लिए सूची सौंप दी है. मगर, गठबंधन में सीट न मिलने पर अपने प्रत्याशी भी उतारने की बात कही है. इससे भाजपा को नुकसान होने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके चलते भाजपा सरकार के सहयोगी दलों को सीट देने से होने वाले फायदे और न देने से होने वाले नुकसान का अंदाजा लगा रही है. चिंतन और मंथन के बाद जल्द ही फैसला लिया जाएगा.

सहयोगी दलों ने दावेदारों से संपर्क साधना किया शुरू

उत्तर प्रदेश की 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका और 545 नगर पंचायत का आरक्षण जारी हो चुका है. हाईकोर्ट में ओबीसी आरक्षण को लेकर दाखिल की गई याचिका के कारण चुनाव टल रहा है. कोर्ट के फैसले के बाद चुनाव कभी भी हो सकता है. इसलिए सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. सियासी दल कोई भी कमी नहीं छोड़ रहे हैं. भाजपा सरकार के सहयोगी दलों ने सर्वे कराने के बाद दावेदारों से भी संपर्क साधना शुरू कर दिया है. नगर निकायों से दावेदारों के आवेदन भी पहुंच गए हैं.

भाजपा से परहेज, सहयोगी दलों से मिलाया हाथ

मुस्लिम बाहुल्य निकायों में भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने से दावेदार बच रहे हैं. लेकिन, सहयोगी दलों से चुनाव लड़ने की कोशिश है. सहयोगी दलों से चुनाव लड़ने से नुकसान नहीं होगा. इसके साथ ही प्रशासन पुलिस से सहयोग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

सहयोगी दलों ने बढ़ाई सक्रियता

केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल तथा उनके पति आशीष पटेल यूपी में लगातार अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखने के साथ संगठन का विस्तार करने में जुटे हैं. इसके साथ ही निकाय चुनाव को लेकर भी रणनीति बना रहे हैं. अनुप्रिया पटेल भी जिलों में सभाएं कर रही हैं.

निषाद पार्टी गठबंधन से लड़ने का कर चुकी है ऐलान

यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद भाजपा के साथ मिलकर निकाय चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं. संजय निषाद की नेतृत्व वाली निषाद पार्टी की निषाद, बिंद, केवट, मल्लाह समाज के बीच अपनी मजबूत पकड़ करने में जुटी है.वह निषाद बाहुल्य क्षेत्र में अपने उम्मीदवारों के लिए निकाय चुनाव में टिकट चाहते हैं.

100 से अधिक सीटों पर कभी नहीं मिली जीत

निकाय चुनाव से पहले भाजपा ने सभी जिलों के संगठन पदाधिकारियों से कभी न जीतने वाली सीटों की सूची मांगी है. यूपी के 100 से अधिक निकाय स्थानों पर भाजपा कभी नहीं जीती है. ऐसी सीट सरकार के सहयोगी दलों को देने की तैयारी है.

रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली

Next Article

Exit mobile version