UP News: आजम खान को कोर्ट से उम्मीद, विधानसभा उपचुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा, जानें BJP का सियासी गणित

सपा नेता मुहम्मद आजम खां की विधानसभा सदस्यता रद्द हो चुकी है. यह सदस्यता तीन वर्ष पूर्व 2019 लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आजम खां की हेट स्पीच के मामले में रामपुर एमपी एमएलए कोर्ट से 3 वर्ष की सजा होने के बाद रद्द की है. इसके बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर चुके हैं.

By Prabhat Khabar | November 1, 2022 11:16 AM

Bareilly News: उत्तर प्रदेश की 37 रामपुर शहर विधानसभा से विधायक मुहम्मद आजम खां की विधानसभा सदस्यता रद्द हो चुकी है. यह सदस्यता तीन वर्ष पूर्व 2019 लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आजम खां की हेट स्पीच के मामले में रामपुर एमपी एमएलए कोर्ट से 3 वर्ष की सजा होने के बाद रद्द की है. इसके बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री मुहम्मद आजम खां कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर चुके हैं.

टिकट पाने की कोशिश में लगे प्रत्याशी

मुहम्मद आजम खां को इस मामले में जमानत मिल चुकी है, लेकिन विधानसभा सदस्य को बहाल कराने के साथ ही सजा पर स्टे कराने की कोशिश है. मगर, इस बीच भाजपा के दावेदारों ने रामपुर शहर विधानसभा से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं. यहां पर सबसे मजबूत दावेदार पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना के पुत्र एवं 2022 विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी आकाश सक्सेना “हनी” हैं. इसके साथ ही जिलाध्यक्ष अभय गुप्ता, डॉक्टर तनवीर अहमद खां समेत दर्जनभर दावेदार टिकट पाने की कोशिश में लग गए हैं.

आजम खान को मिले थे सबसे अधिक वोट

आकाश सक्सेना 10 महीने पहले भी आजम खां के खिलाफ चुनाव लड़े थे. उस वक्त आजम खां सीतापुर जेल में बंद थे. मगर इसके बाद भी मुहम्मद आजम खां को 13,1,225 मत मिले, जबकि आकाश सक्सेना को 76084 मत मिले. सपा प्रत्याशी आजम खां को 59.71 फीसद, जबकि भाजपा प्रत्याशी आकाश को 34.62 फीसद, बीएसपी प्रत्याशी को सदाकत हुसैन को 2.25, फीसद, कांग्रेस प्रत्याशी काजिम अली खां को 1.82 और आप प्रत्याशी फैसल खां को 0.83 फीसद वोट मिले थे.

आजम खान की जगह कौन होगा प्रत्याशी?

इससे पहले 2017 में विधानसभा चुनाव में मुहम्मद आजम खां को 47.47 फीसद यानी 102,100 और भाजपा के शिव बहादुर सक्सेना को 25.69 फीसद 55258 मत मिले थे. 2012 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ.तनवीर अहमद खान को सिर्फ 32503 और आजम खां को 95772 वोट मिले. वह करीब 58 हजार वोटों से जीते थे. मगर, सपा नेता को कोर्ट से राहत नहीं मिलती है, तो इस बार रामपुर सीट पर सपा का प्रत्याशी कोई और होगा. क्योंकि, उन पर सजा के साथ 6 वर्ष तक चुनाव लड़ने की पाबंदी लग गई है. ऐसे में उनकी पत्नी के प्रत्याशी होने की उम्मीद जताई जा रही है.

जानें रामपुर का सियासी गणित

रामपुर ऐसा इलाका है, जहां चुनाव हिंदू मुस्लिम नहीं होता. यहां के हिंदू भी आजम खां को वोट करते हैं. मगर, रामपुर की वजह से अन्य सीट पर चुनाव हिंदू मुस्लिम हो जाता है. रामपुर में 55.57 फीसदी मुसलमान, और हिंदू मतदाताओं की संख्या 42.97 फीसदी है. इसके अलावा करीब 3 फीसद सिख समुदाय के लोग हैं. यहां आजम खान का दबदबा था, लेकिन कुछ महीने पहले हुए रामपुर लोकसभा उप चुनाव में सपा प्रत्याशी की हार हुई थी.

हालांकि, यहां का मुस्लिम वोट लगातार सपा को मिलता रहा है. लेकिन नवाब परिवार हमेशा आजम खान के विरोध में रहा है.इससे नवाब खानदान का भाजपा प्रत्याशी को समर्थन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

रामपुर विधानसभा में मतदाता

  • कुल मतदाता- 3,87,385

  • पुरुष- 2,05,971

  • महिला- 1,81,107

  • किन्नर – 307

रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद, बरेली

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