Prayagraj: पहले किया B.Tech और BCA, फिर करने लगे ठगी, फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों के उड़ाए 30 करोड़

Prayagraj News: अभी तक आपने एमबीए चाय वाले का नाम सुना होगा, जिसने अपने काम के जरिए देश में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. वहीं दूसरी और कुछ ऐसे भी युवा हैं जिनको जल्द से जल्द अमीर बनने की चाह ने उन्हें सलाखों ले पीछे पहुंचा दिया.

By Prabhat Khabar | May 13, 2022 6:58 PM

Prayagraj News: अभी तक आपने एमबीए चाय वाले का नाम सुना होगा, जिसने अपने काम के जरिए देश में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. वहीं दूसरी और कुछ ऐसे भी युवा हैं जिनको जल्द से जल्द अमीर बनने की चाह ने उन्हें सलाखों ले पीछे पहुंचा दिया. हम बात कर रहे हैं प्रयागराज पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए ऑनलाइन ठगी के गिरोह के तीन सदस्यों की. जिन्होंने 600 लोगों से ठगी करके करीब 30 करोड़ रूपए अपने नाम कर लिए.

इस संबंध में प्रयागराज रेंज के आईजी राकेश सिंह ने पकड़े गए अंतरराज्यीय गिरोह के ठगों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा दबोचे गए तीनों ठग बेहद शातिर है. इन्होंने ईजीडे, रायल इन्फील्ड, जावा मोटर, हर्बल लाइफ, मदर डेयरी, बजाज फाइनेंस, क्विक लोन जैसी नामी गिरामी कंपनियों की क्लोन वेबसाइट तैयार कर करीब 600 से अधिक लोगों से 30 करोड़ की ठगी कर चुके हैं.

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इनके साथियों ने प्रयागराज के व्यवसाई मोहम्मद सईद व सोनाली जयसवाल को भी अपना शिकार बनाया था. जिनकी शिकायत पर साइबल सेल ने जांच शुरू की तो ठग पुलिस के हत्थे चढ़ गए . पुलिस ने जब इन से कड़ाई से पूछताछ की तो पता चले की ठगी करने वालों में से कोई बीटेक तो कोई एमसीए की पढ़ाई कर चुका है. पूछताछ के दौरान उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए.

फ्रेंचाइजी देने के नाम पर करते थे ठगी

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि प्रयागराज के रहने वाले व्यवसायी मोहम्मद सईद व सोनाली जायसवाल से ईजी डे की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर बातचीत शुरू हुई थी. फ्रेंचाइजी देने के लिए इनसे आवेदन मांगा और आवेदन अप्रूव होने के नाम पर बतौर सिक्योरिटी मनी तीस हजार से पचास हजार जमा कराया. इसके बाद ऑनलाइन सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया. माल की डिलेवरी के लिए प्रयागराज के मोहम्मद सईद से 17,39,000 रुपये और सोनाली जायसवाल ने 1.25 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए.

इस तरह से हुआ खुलासा 

मोहम्मद सईद और सोनाली जयसवाल ने ऑनलाइन के जरिए भारी-भरकम रकम जब ठगो के बताए अकाउंट में भेजने के बाद भी 24 घंटे के भीतर जब उन्हें माल की डिलीवरी नहीं मिली तो उन्हे अपने साथ ठगी का शक हुआ. इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत साइबर सेल में किया. पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाते हुए 33 साल का विनय कुमार (मुख्य संचालक) उर्फ अशोक सिंह उर्फ एसएसपी, अभिषेक शर्मा उम्र 27 वर्ष (पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ बैचलर आफ कंप्यूटर साइंस), रत्नेश भारती (जीआरटी भुवनेश्वर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक) को गिरफ्तार किया.ये तीनों बहुत शातिराना तरीके से वेबसाइट डेवलप कर ठगी करते थे. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

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