मायावती ने हार के बाद कहा, मोदी को समय देना चाहती है जनता

लखनऊ: बसपा (बहुजन समाजवादी पार्टी) की अध्यक्ष मायावती ने हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत पर कहा जनता नरेंद्र मोदी की सरकार को समय देना चाहती है. इसी का फायदा दोनों राज्यों के चुनाव पर पड़ा. बसपा प्रमुख ने कहा, ‘‘इन चुनाव परिणामों को केंद्र की सफलता के रुप में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 21, 2014 4:29 PM

लखनऊ: बसपा (बहुजन समाजवादी पार्टी) की अध्यक्ष मायावती ने हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत पर कहा जनता नरेंद्र मोदी की सरकार को समय देना चाहती है. इसी का फायदा दोनों राज्यों के चुनाव पर पड़ा.

बसपा प्रमुख ने कहा, ‘‘इन चुनाव परिणामों को केंद्र की सफलता के रुप में नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि देश की जनता ने केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार को हटाकर भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार को बैठाया और अब यह सोचकर उसी भाजपा-राजग को वोट दिया कि नयी केंद्र सरकार को अभी छह माह का समय भी नहीं हुआ है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘.. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बार बार इस संबंध में समय की मांग कर रहे हैं, इसलिए जनता ने सोचा कि इस (राजग) सरकार को थोडा और समय देकर थोडा और जांचा परखा जाए तथा इसी का सीधा फायदा भाजपा को इन विधानसभा चुनावों में हुआ तथा बसपा को खास सफलता नहीं मिल पायी.’’

मायावती ने बसपा की उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड प्रदेश इकाइयों के पदाधिकारियों की बैठक में कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र के लोग मोदी के इस बहकावे में आ गये कि कांग्रेस के मुकाबले उनके प्रदर्शन को इतने कम समय में नहीं आंका जाए. इसका भाजपा को फायदा मिला और संभव है कि आने वाले समय में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां भी भाजपा अपने इस तर्क से लोगों को बरगलाने में थोडा सफल हो जाए.
मायावती ने कहा कि यह वास्तविकता जगजाहिर है कि भाजपा ने चुनाव के दौरान जितने भी जनहित से जुडे वायदे देश की जनता से किये थे, उन्हें पूरा करने के लिए अब तक कोई ठोस और सही कदम नहीं उठाया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘इतना ही नहीं काला धन वापस लाने के मामले में मोदी सरकार ने शुतुरमुर्ग की तरह अपना मुंह रेत में छिपा लिया है और अपने चुनावी वायदे से एकदम उलट वही गलत रवैया अपना लिया है, जो रवैया इस मामले में कांग्रेस पार्टी का रहा था कि काला धन रखने वालों के नाम तक जनता को नहीं बताये जा सकते हैं, विदेश से काला धन वापस लाना तो दूर की बात है.’’
बसपा प्रमुख ने कहा कि देश के गरीबों को सरकारी खर्च पर पक्का मकान बनाकर देने का वायदा किया गया था. परंतु ऐसा नहीं करके इस मामले को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. अब इस सरकार ने सांसद निधि से गांव के विकास की नई पैंतरेबाजी शुरु कर दी है जबकि इस कार्य के लिए सांसद निधि की बजाय अलग से सरकारी धन का इंतजाम किया जाना चाहिए था.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा व्यापारी वर्ग की पार्टी है और उसी वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने एक और यू टर्न लेते हुए डीजल की कीमत को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया है. यह विशुद्ध रुप से महंगाई को और बढाने वाला फैसला है और पूर्ण रुप से जन विरोधी और किसान विरोधी है. यही कारण है कि मोदी सरकार ने यह फैसला हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद लिया है.’’

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