Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर करें ये आसान उपाय, करियर-बिजनेस में खूब मिलेगी तरक्की

Somvati Amavasya 2024: चैत्र अमावस्या के दिन स्नान करके चैत्र अमावस्या के दिन देवी-देवताओं और नवग्रहों के साथ अपने पितरों की श्राद्ध, तर्पण और उनके निमित्त दान आदि करना चाहिए.

By Radheshyam Kushwaha | April 1, 2024 12:50 PM

Somvati Amavasya 2024: चैत्र मास की अमावस्या तिथि साल की पहली अमावस्या होगी. चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 08 अप्रैल दिन सोमवार को पड़ रही है, इसलिए उस दिन सोमवती अमावस्या है. चैत्र अमावस्या के दिन देवी-देवताओं और नवग्रहों के साथ अपने पितरों की पूजा यानि श्राद्ध, तर्पण और उनके निमित्त दान आदि करना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के पितर नाराज होते हैं, उनको पितृ दोष लगता है. उनके जीवन में कई प्रकार के संकट आते हैं, इसके साथ ही उनकी तरक्की रुक हो जाती है.

अमावस्या पर पितरों को कैसे खुश करें?

सोमवती अमावस्या के दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए सुबह उठकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद सुबह पीपल के पेड़ को स्पर्श कर उसकी पूजा अर्चना करें. पितरों को स्मरण करके जल से तर्पण दें. तर्पण में काले तिल, सफेद फूल और कुश का उपयोग करें. तर्पण करने से पितर तृप्त होते हैं और खुश होकर आशीर्वाद देते हैं.

सोमवती अमावस्या के दिन कौन से उपाय करने चाहिए ?

सोमवती अमावस्या के दिन राहु स्त्रोत का पाठ करना चाहिए. सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. दीपक जलने से राहु का दुष्प्रभाव कम होता है.

सोमवती अमावस्या पर पीपल पेड़ की पूजा क्यों करनी चाहिए

सोमवती अमावस्या के दिन स्नान और दान के बाद पीपल के पेड़ की पूजा करें. धार्मिक मान्यता के अनुसार, पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु, शिव जी और ब्रह्म देव का वास होता है. अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने पर तमाम दुखों का अंत होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

अमावस्या के दिन कौन सा टोटका करना चाहिए?

अमावस्या के दिन घर के ईशानकोण में घी का दीपक जलाएं. दीपक सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक जलता रहे. इस दिन घी के दीपक में केसर और लौंग के 2 दाने डालकर जलाने से माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने और आर्थिक तंगी दूर करने में मदद मिलती है.

पितरों को प्रसन्न करने के उपाय?

सोमवती अमावस्या के दिन आप स्नान-दान करने के बाद अशोक का पौधा लगाएं. पितरों को प्रसन्न करने के लिए सोमवती अमावस्या पर अशोक का पौधा लगाएं. इस दिन पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें और उनके मंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करें.

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