राजस्थान के भिवाड़ी से अगवा दो बच्चों की दिल्ली में हत्या, जंगल में फेंका शव, तीसरा भागने में सफल

राजस्थान के भिवाड़ी से 3 नाबालिग भाइयों की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई. मामले को लेकर भिवाड़ी पुलिस ने 15 अक्टूबर को आईपीसी की धारा 363 के तहत प्राथमिकी दर्ज की. राजस्थान पुलिस ने उन संदिग्धों को हिरासत में लिया सारा मामला उजागर हुआ.

By Pritish Sahay | October 18, 2022 4:21 PM

राजस्थान के भिवाड़ी से लापता तीन बच्चों में से दो का शव दिल्ली में मिला है. दो बच्चों को महरौली ले जाकर अपराधियों ने उनकी हत्या की, और उनके शव को जंगल में फेंक दिया. लापता और अपहरण मामले में दिल्ली पुलिस के साथ राजस्थान के भिवाड़ी की क्राइम ब्रांच की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस को 2 बच्चों के शव मिले. जबकि एक और लापता बच्चा पुलिस को 16 अक्टूबर को जिंदा मिला था. जिसे फिलहाल लाजपत नगर के एक बाल गृह में रखा गया है.

राजस्थान से अगवा किया गया: बता दें, राजस्थान के भिवाड़ी से 3 नाबालिग भाइयों की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई. मामले को लेकर भिवाड़ी पुलिस ने 15 अक्टूबर को आईपीसी की धारा 363 के तहत प्राथमिकी दर्ज की. राजस्थान पुलिस ने उन संदिग्धों को हिरासत में लिया जिन्होंने दिल्ली के कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन के पीछे नाबालिग 3 भाइयों की हत्या और उनके शवों को जंगल में फेंकने की बात कबूल की थी.

8 लाख रुपये मांगी गई फिरौती: इस मामले में भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार ने बताया कि 15 अक्टूबर की शाम अलवर के भिवाड़ी से एक सब्जी विक्रेता ज्ञान सिंह के बेटे अमन (13), विपिन (आठ) और शिवा (सात) को अगवा किया गया था. उनकी रिहाई के बदले अपहरणकर्ताओं ने 8 लाख रुपये की मांग की. बच्चे रोने लगे तो आरोपियों ने उनकी हत्या कर दी.

पुलिस ने आरोपियों को किया ट्रेस: अपहरण की शिकायत के बाद अपनी जांच में पुलिस ने फिरौती मांगने वालों के मोबाइल नंबर के आधार पर उनका पता लगाया और उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी महावीर तेली और मांझा कुशवाहा ने बच्चों की हत्या करने की बात कबूल की. उनकी सूचना पर मंगलवार को दिल्ली में यमुना के पास दो शव भी मिले.

बिहार के रहने वाले है आरोपी: पुलिस के मुताबिक, आरोपी बिहार के हैं और भिवाड़ी में पीड़ित परिवार के घर के आसपास ही रहते थे. प्राथमिक जांच के अनुसार आरोपी नशे के आदी हैं. उनमें से एक छोटी दुकान चलाता है जबकि दूसरा एक कारखाने में काम करता है. मामले में आगे जांच जारी है.

भाषा इनपुट के साथ

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