Rajasthan News: राजस्थान में आसमान से काल बनकर गिरी बिजली, आमेर किले के पास 11 लोग समेत राज्यभर में 19 की मौत

राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है. रविवार को जयपुर व अजमेर समेत कई अन्य संभागों में मानसून सक्रिय हो गया. कई इलाकों में अचानक बादल गर्जना शुरू हुआ और जमकर बारिश हुई. बदला हुआ मौसम राजस्थान के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है. आकाशीय बिजली गिरने से सूबे में 19 लोगों की मौत हो गयी. मौसम के इस आक्रमक रवैये को देखते हुए पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है. लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2021 8:38 AM

राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है. रविवार को जयपुर व अजमेर समेत कई अन्य संभागों में मानसून सक्रिय हो गया. कई इलाकों में अचानक बादल गर्जना शुरू हुआ और जमकर बारिश हुई. बदला हुआ मौसम राजस्थान के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है. आकाशीय बिजली गिरने से सूबे में 19 लोगों की मौत हो गयी. मौसम के इस आक्रमक रवैये को देखते हुए पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है. लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी जा रही है.

जयपुर स्थित आमेर किले के पास आकाशीय बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हो गयी. इस खबर ने सूबे में हड़कंप मचा दिया. जानकारी के मुताबिक राजस्थान में मौसम का मिजाज बदला तो लोग खुशनुमा मौसम का आनंद लेने आमेर किले के पास एक पहाड़‍ी पर गये थे. लेकिन वज्रपात की चपेट में आने से इन लोगों की जान चली गयी. बताया जा रहा है कि हादसे में शिकार बने कुछ लोग वाच टावर पर सेल्फी ले रहे थे. वहीं इनमे से कुछ पहाड़ी पर मौजूद थे. इस हादसे में आठ लोगों के घायल होने की भी सूचना है. घायलों का उपचार जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में चल रहा है.

वज्रपात के कारण हादसे की एक और घटना के राजस्थान के हाडौती अंचल में भी जान-माल का नुकसान पहुंचा है. कोटा जिले की कनवास तहसील के गरडा गांव में बिजली गिरने से एक पेड़ के नीचे अपने पशुओं के साथ खड़े 4 लोगों की मौत हो गयी. सभी 12 से 16 साल उम्र के बीच के थे. इस घटना में एक गाय और 10 बकरियों की भी मौत हुई है. वहीं कई बच्चे इस हादसे में घायल हुए हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. वहीं सुनेल थाना क्षेत्र के लालगांव में भी इस तरह की एक घटना सामने आयी है. जिसमें 23 वर्षीय एक चरवाहे की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हो गयी. वहीं साथ में दो भैंसों की भी मौत हो गई.

धौलपुर जिले के बाड़ी उपखंड क्षेत्र के कुदिन्ना गांव में भी आकाशीय बिजली काल बनकर आयी. जिसकी चपेट में आने से दो सगे भाईयों सहित तीन बच्चों की मौत हो गई. बच्चे जंगल में बकरियां चरा रहे थे. लेकिन वज्रपात ने इनके सांसों को लील लिया. हादसे में जान गंवाने वाले बच्चे 8, 10 और 15 साल के बताये जा रहे हैं. वहीं राज्य में हुए इस हादसे पर संवेदनशील रुख अपनाते हुए सरकार ने मृतकों के परिजन को 5 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की. 4 लाख की सहायता आपदा प्रबंधन कोष से मिलेगी और1 लाख रुपये की सहायता मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जायेगी.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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