Rourkela News: 30 घंटे बाद भी नहीं उठा मृत एतो एक्का का शव, ग्रामीणों का आंदोलन जारी

Rourkela News: बंडामुंडा के बरकानी में रेल लाइन का निर्माण करने के दौरान शनिवार को एतो एक्का की मौत हो गयी थी. रविवार को भी उसका शव नहीं उठाया गया है.

By BIPIN KUMAR YADAV | April 20, 2025 11:31 PM

Rourkela News: बंडामुंडा के बरकानी में चल रहे ग्रामीणों के आंदोलन में एक ग्रामीण की जेसीबी की चपेट में आकर मौत होने के 30 घंटों के बाद भी मृतक का शव नहीं उठाया गया है. इसी बीच रविवार को राउरकेला एडीएम आशुतोष कुलकर्णी, डीआइजी ब्रिजेश कुमार राय समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया. वहां पर एतो एक्का के शव के साथ धरने पर बैठे ग्रामीणों से बातचीत की. जिसमें गत 2006 में रेल राेको आंदोलन के बाद हुई त्रिपक्षीय बैठक में जो-जो वादे किये गये थे, उसे पूरा करने की दिशा में भरोसा दिया. लेकिन ग्रामीण इस बात पर अडिग थे कि जब तक उन्हें लिखित में वादा नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रखेंगे. समाचार लिखे जाने तक यहां पर ग्रामीण शव के साथ आंदोलन जारी रखे हुए हैं.

भाजपा की डबल इंजन सरकार आदिवासियों की सुरक्षा में विफल : डॉ सीएस राजेन एक्का

इसी बीच बिरमित्रपुर विधायक रोहित जोसेफ तिर्की, राजगांगपुर विधायक डॉ सीएस राजेन एक्का, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा ओडिशा प्रभारी शाहनवाज हुसैन, बीजद नेता हालु मुंडारी, झामुमो नेता लेथा तिर्की आदि ने घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों के आंदोलन का समर्थन किया. राजगांगपुर विधायक डॉ एक्का ने कहा कि विगत कई दिनों से अपनी जायज मांगों काे लेकर आदिवासी आंदोलन कर रहे थे. लेकिन पिछली बीजद सरकार की तरह वर्तमान की भाजपा की डबल इंजन सरकार भी आदिवासियों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से फेल है. वहीं कांग्रेस नेता शाहनवाज चौधरी ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की. बिरमित्रपुर विधायक रोहित जोसेफ तिर्की ने भी आंदोलनरत ग्रामीणों की मांगों को न्यायोचित बताकर उनका समर्थन किया. इन नेताओं ने कहा कि यदि इन आदिवासियों की मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो इनके साथ मिलकर न्याय की लड़ाई लड़ी जायेगी.

एतो एक्का की मौत के बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर किया था पथराव

डुमेरता और आसपास के इलाकों के निवासी रेलवे लिंक का विरोध करते हुए काम रोकने को लेकर विगत कई दिनों से धरना दे रहे हैं. शुक्रवार को भी जेसीबी लगाकर काम शुरू किया गया था, लेकिन खेतों को नुकसान पहुंचने की बात कहते हुए ग्रामीणों ने इसका विरोध कर काम रुकवा दिया था. शनिवार को पुन: जेसीबी लगाकर काम शुरू होने पर उन्होंने जेसीबी को रोक दिया और पुलिसकर्मी उन्हें नियंत्रित करने में विफल रहे. भीड़ तुरंत मशीन के सामने आ गयी थी. मशीन को रोकने की ग्रामीण कोशिश करने लगे, लेकिन चालक वाहन को नियंत्रित नहीं कर सका. इसी दौरान एतो एक्का इसकी चपेट में आ गया व उसकी मौत हो गयी. एतो एक्का की मौत के बाद हिंसक भीड़ ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई नहीं की और न ही बल प्रयोग किया. भीड़ ने जेसीबी ऑपरेटर सैमुअल पासी को पकड़ लिया और कुछ समय तक उसपर हमला करते रहे, लेकिन वह किसी तरह भीड़ से निकल गया और पुलिस उसे बाद में बचाकर सुरक्षित स्थान पर ले गयी थी.

राउरकेला स्टील प्लांट तक बननी है रेल लाइन

बरकानी से होकर एक रेलवे लाइन राउरकेला स्टील प्लांट तक जानी है. आठ किमी लंबी इस रेल लिंक के लिए आरएसपी ने रेलवे को 132 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जिसके बाद रेलवे यहां पर काम कर रही है. आरएसपी का कहना है कि जमीन उसकी है. पिछले डेढ़ महीने से काम का विरोध हो रहा था. यहां तक कि कुछ दिन पहले मौके पर आये एससी/एसटी आयोग के सदस्य ने भी अंतिम समाधान होने तक काम रोकने की सलाह दी थी. जमीन को लेकर आरएसपी और विस्थापितों का अपना-अपना दावा है.

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