वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र: जदयू के सुनील का आरेजीडी के दीपक से सीधा मुकाबला..

Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव कोकराझार से लड़ा था. असम हाइकोर्ट ने उनका जाति प्रमाणपत्र रद्द कर दिया इस कारण वह अपनी सीट छोड़कर बिहार के आदिवासी बाहुल्य इलाके से चुनाव लड़ रहे हैं.

By RajeshKumar Ojha | May 23, 2024 7:04 PM

अनुज शर्मा

Lok Sabha Election 2024 साल 2008 में अस्तित्व में आई वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों की संख्या 10 है. इनमें एनडीए से सिटिंग सांसद जनता दल (यूनाइटेड) के सुनील कुमार और इंडिया गठबंधन से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के दीपक यादव हैं. गणा सुरक्षा पार्टी के नव कुमार सरनीया (हीरा भाई)  भी चुनाव लड़ रहे हैं. जदयू को इस बार कड़ी लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है. बगहा निर्वाचन क्षेत्र में स्थित चीनी मिल के मालिक दीपक यादव बिहार के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक हैं.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी खुद चीनी मिल पहुंचे थे. पिछले महीने ही यहां आयोजित समारोह में बीजेपी से बागी हुए यादव को राजद में शामिल किया था. वाल्मीकि नगर से प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की थी. यादव ने 2019 का लोकसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था. चुनाव के बाद भाजपा में शामिल हो गए. बीते अप्रैल में वह राजद में शामिल हो गये. 46 वर्षीय  यादव बगहा के नरईपुर से मतदाता के रूप में नामांकित हैं. शपथ पत्र में  लेकिन हरियाणा के फरीदाबाद जिले के मूल निवासी हैं. मैकेनिकल से इंजीनियर हैं. हार्वर्ड बिजनेस स्कूल बोस्टन अमेरिका से जनरल मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है.

भाजपा हमलावर, सीएम नीतीश व तेजस्वी भी कर गये प्रचार
इस लोकसभा सीट पर जीत के लिए नेता एक- दूसरे के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं. एनडीए के उम्मीदवार सुनील कुमार (जेडीयू) के मुख्य प्रतिद्वंद्वी दीपक यादव पर भाजपा आक्रामक है. बिहार के उपमुख्यमंत्री और बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बगहा क्षेत्र में हाल ही में रैली की थी. इसमें उन्होंने कड़े शब्द प्रयोग किये थे. राज्यसभा सांसद सतीश चंद दुबे ने गन्ना की माप में हेरफेर का आरोप लगाया था.

इससे इतर दीपक यादव एनडीए के इस गढ़ में वोट मांग रहे हैं.  चुनाव बाहरी- बनाम स्थानीय की दिशा में बढ़ता देख राजद उम्मीदवार निवेश और निवास के आधार पर खुद को बिहारी साबित कर रहे हैं. जनसंपर्क के दौरान वह कहते हैं कि मैं 2008 से बगहा में रह रहा हूं. इसलिए, मैं भी उतना ही स्थानीय हूं जितना यहां कोई और है. क्या कोई मेरे द्वारा यहां किये गये निवेश की बराबरी कर सकता है ? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 19 मई (भितही प्रखंड) और 20 मई (मैनाटांड़) को दो जगहों पर सुनील महतो के लिए प्रचार कर चुके हैं. वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने 19 मई को लौरिया और 21 मई रामनगर में राजद उम्मीदवार के लिए प्रचार किया.

उग्रवादी संगठन उल्फा से जुड़े सरनिया की एंट्री
असम के कोकराझार से मौजूदा सांसद नव कुमार सरानिया उर्फ हीरा सरानिया निर्दलीय (गणा सुरक्षा पार्टी ) चुनाव लड़कर सभी का ध्यान खींच रहे हैं. उग्रवादी संगठन उल्फा से जुड़े सरनिया ने 2014 का लोकसभा चुनाव कोकराझार से लड़ा था. असम हाइकोर्ट ने उनका जाति प्रमाणपत्र रद्द कर दिया इस कारण वह अपनी सीट छोड़कर बिहार के आदिवासी बाहुल्य इलाके से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां तीन लाख से अधिक आदिवासी रहते हैं. इसमें सबसे बड़ी संख्या थारू समुदाय की है. सरनिया एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हैं. दावा करते हैं कि मैंने लगभग 70% गांवों का दौरा किया है और थारू आदिवासियों, दलितों और महादलितों की प्रतिक्रिया उत्साहजनक है. उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) से दुर्गेश सिंह चौहान भी बतौर उम्मीदवार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को प्रयासरत हैं.

एनडीए का जोर अधिक
सिकटा ब्लाक के गांव शिकारपुर निवासी प्रमोद राव, विनोद शंकर और वेद प्रकाश का कहना है कि जदयू उम्मीदवार की स्थिति मजबूत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर वोट होता है. राव कहते हैं, बाढ़ बार-बार आती है. जंगली जानवर लोगों की जान ले लेते हैं और हमारी फसलों को नष्ट कर देते हैं. रोजगार की कमी हमारे युवाओं को दूर देशों में जाने के लिए मजबूर करती है. स्थानीय लोगों के अनुसार सुनील महतो स्थानीय लोगों से बहुत जुड़े रहते हैं.

नेपाल से लेकर यूपी की सीमा तक समस्या ही समस्या  
प्रमोद राव, विनोद शंकर बताते हैं कि नेपाल और यूपी की सीमाओं से जुड़ा वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कर्मभूमि रहा है.  13 ब्लॉकों में फैला और गंडक, पंडाराई, मसान, औराई और सिकरहना और अन्य नदियों से घिरा यह निर्वाचन क्षेत्र बाढ़, पलायन और गरीबी की प्रमुख समस्याओं में लिपटा है. बिहार के इस सुदूर और ऐतिहासिक इलाका का टाइगर रिजर्व पार्क देश- दुनिया के पर्यटकों को लुभाता है. गन्ना किसानों की समस्याएं और बगहा जिला की मांग यहां के बड़े स्थानीय मुद्दे हैं.  92 फीसदी वोटर ग्रामीण है.  

विधानसभा की छह सीटों पर दलीय स्थिति
वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट में पश्चिम चंपारण जिले के छह विधानसभा क्षेत्र वाल्मीकि नगर, रामनगर (एससी), लौरिया, नरकटियागंज, बगहा और सिकटा हैं. वर्तमान में  रामनगर, नरकटियागंज, बगहा, और लोरिया पर भाजपा के विधायक हैं. वाल्मीकि नगर में जेडीयू और सिकटा में भाकपा माले के विधायक हैं.

एक नजर : वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र
कुल मतदाता– 1827281
पुरुष मतदाता — 967266
महिला मतदाता –859943
तृतीय लिंग मतदाता –72
पर्चा दाखिल — 18
पर्चा खारिज  – 8
कुल प्रत्याशी — 10

विधानसभा क्षेत्रवार मतदाताओं की संख्या
विधानसभा क्षेत्र                मतदाता
वाल्मीकिनगर                347918  
रामनगर (अजा)             312093  
नरकटियागंज               282102
बगहा                     330172
लौरिया                   263667
सिकटा                  293100

वाल्मीकिनगर लोकसभा में 2019 का मतदान: 61.98
साक्षरता दर : 55.70%
लैंगिक दर : 909 ( प्रति 1000 पुरुष )

कब कौन किस पार्टी से सांसद चुना गया
चुनाव@  सदस्य @ दल
2020 @सुनील कुमार @जनता दल (यूनाइटेड)
2019@ बैद्यनाथ प्रसाद महतो @जनता दल (यूनाइटेड)
2014 @सतीश चंद्र दुबे @भारतीय जनता पार्टी
2009 @बैद्यनाथ प्रसाद @महतो जनता दल (यूनाइटेड)

लोकसभा उपचुनाव 2020 का परिणाम
उम्मीदवार का नाम  @  पार्टी @वोट
1 सुनील कुमार@ जनता दल (यूनाइटेड) @4,03,360   विजेता
2 प्रवेश कुमार मिश्रा@ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस @3,80,821 उपविजेता
3 शैलेन्द्र कुमार @भारतीय पंचायत पार्टी @1,09,711
4 प्रेम कुमार चौधरी@ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी @52,396

वोटिंग : 10,32,090,  प्रतिशत: 61.90%
स्ट्राइक रेट  : जदयू 67%, जनता दल 33 %

लोकसभा आम चुनाव 2019 का परिणाम
पार्टी @उम्मीदवार   @ वोट @%
जदयू@ बैद्यनाथ प्रसाद महतो@ 6,02,660 @58.39
कांग्रेस @शाश्वत केदार पांडेय @2,48,044@ 24.03
बीएसपी @दीपक यादव @62,963@ 6.10

उपचुनाव 2014 का परिणाम
पार्टी @उम्मीदवार   @वोट @%
भाजपा  @सतीश चंद्र दुबे @3,64,013 @40.44
कांग्रेस @पूर्णमासी राम @2,46,218 @27.35
जदयू @बैद्यनाथ प्रसाद महतो@ 81,612@ 9.07

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