नौकरी का झांसा देकर लाखों का चूना लगा नेटवर्किंग कंपनी फरार, हंगामा

चक्रधरपुर में एप्पल स्मार्ट वेलु नेटवर्किंग कंपनी पर कार्यालय खोलकर बेरोजगारों को शिकार बनाने का आरोप है. भुक्तभोगियों ने परिजनों संग कंपनी कार्यालय पहुंच आक्रोश जताया. पुलिस ने संचालक की तलाश शुरू दी है.

By Prabhat Khabar Print | May 22, 2024 6:16 PM

प्रतिनिधि, चक्रधरपुर

चक्रधरपुर में एक नेटवर्किंग कंपनी ने बेरोजगार युवकों को नौकरी और ट्रेनिंग दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की. वहीं, जब पैसा लगाने के बाद भी बेरोजगार युवकों को नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने कंपनी के कार्यालय में जाकर जमकर हंगामा किया. ठगी के शिकार हुए सभी युवक और उनके अभिभावक पुलिस को साथ लेकर पुरानीबस्ती में संचालित एप्पल स्मार्ट वेलु कंपनी के कार्यालय में धावा बोला. कंपनी के अंदर कोई भी प्रमुख मौजूद नहीं था. मात्र एक महिला कर्मी थी जिसे खुद कंपनी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. पुलिस के द्वारा कंपनी की पूरी जानकारी ली जा रही है और कंपनी के संचालक की तलाश की जा रही है. ठगी के शिकार हुए सभी लोग अपने पैसे वापस मांग रहे हैं. लेकिन पैसों की वापसी कौन करेगा और कैसे होगा इसका कोई अता पता नहीं है.

धान और पशुधन बेचकर कंपनी को दिए 18200 रुपये : भुक्तभोगी

जानकारी के अनुसार, चक्रधरपुर के पुरानीबस्ती में पिछले कुछ दिनों से एप्पल स्मार्ट वेलु नामक एक नेटवर्किंग कंपनी पर कार्यालय खोलकर बेरोजगारों को अपना शिकार बनाने का आरोप है. कंपनी के द्वारा पढ़े-लिखे ग्रामीण बेरोजगार युवकों को पहले पकड़ा जाता था. फिर उन्हें बताया जाता था कि उन्हें बेहतर कंप्यूटर की ट्रेनिंग देकर उनकी अच्छी जगह नौकरी लगायी जाएगी. इसके लिए उनसे 18200 रुपये की फीस वसूल की जाती थी. खरसावां प्रखंड के जोजो कुडमा गांव निवासी जय प्रकाश महतो भी उन्हीं बेरोजगार युवकों में से एक था. उसने भी इस नेटवर्किंग कंपनी के झांसे में आने का आरोप लगाया है. जय (भुक्तभोगी) ने बताया कि उसने अपने माता-पिता से जिद कर कंपनी को 18200 रुपये की फीस चुकाई थी. पिता ने घर का धान और पशुधन बेचकर बेटे को यह रुपए दिए थे. इस उम्मीद के साथ कि बेटा कहीं अच्छी जगह नौकरी करेगा और उसकी जिंदगी संवर जाएगी. लेकिन यह भ्रम उस वक्त टूट गया, जब तीन माह बीतने के बाद भी जय प्रकाश को ट्रेनिंग के लिए एप्पल स्मार्ट वेलु कंपनी ने नहीं बुलाया. वहीं, जय प्रकाश ने पता लगाया तो पता चला कि उसके जैसे असंख्य बेरोजगार युवकों ने इस कंपनी के झांसे में आकर अपने पैसे डुबाे दिए हैं.

कंपनी पर जगह बदल-बदल कर लोगों को बेवकूफ बनाने का आरोप

इधर, लोगों ने बताया कि कर्ज लेकर और घर का सामान बेचकर पैसे कंपनी को दिए थे. यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह से नेटवर्किंग कंपनी भोले भाले लोगों से पैसों की ठगी कर रही है. इससे पहले भी कई फर्जी कंपनियां लाखों का चूना लगाकर फरार हो चुकी हैं. लेकिन इसके बावजूद ऐसी कंपनियों पर नकेल कसने में सरकार प्रशासन और पुलिस नाकाम है. यह कंपनी भी पिछले कुछ दिनों से जगह बदल-बदल कर लोगों को बेवकूफ बना रही थी और उनसे लाखों रुपये के पैसों की ठगी कर रही थी, लेकिन इसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया.

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