सोनुआ : नरसंहार के पीछे नक्सली लड़ाई नहीं, एनआइए जांच करे : जदयू

जतायी संवेदना. बुरुगुलीकेरा में पीड़ितों से मिली जदयू टीम पत्थलगड़ी को बढ़ावा देने में चर्च और विदेशी ताकतों का भी हाथ सोनुआ : जदयू प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू पार्टी के सात सदस्यों की टीम के साथ बुधवार को बुरुगुलीकेरा गांव पहुंचे. टीम ने पीड़ित परिवारों के अलावा ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली. गांव से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 6, 2020 7:53 AM
जतायी संवेदना. बुरुगुलीकेरा में पीड़ितों से मिली जदयू टीम
पत्थलगड़ी को बढ़ावा देने में चर्च और विदेशी ताकतों का भी हाथ
सोनुआ : जदयू प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू पार्टी के सात सदस्यों की टीम के साथ बुधवार को बुरुगुलीकेरा गांव पहुंचे. टीम ने पीड़ित परिवारों के अलावा ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली. गांव से लौटकर पूर्व सांसद श्री मुर्मू ने सोनुआ बाजार में पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि बुरुगुलीकेरा नरसंहार पत्थलगड़ी समर्थक व विरोधियों के बीच विवाद का मामला है. यह पीएलएफआइ और माओवादियों का मामला नहीं है और न ही आपसी रंजिश का है.
उन्होंने कहा कि पत्थलगड़ी निश्चित रूप से भारत के संविधान और व्यवस्था के विरोधियों के सहयोग से संचालित है, क्योंकि पत्थलगड़ी में संविधान की गलत व्याख्या कर आदिवासियों को देश के खिलाफ भड़का कर हिंसा फैलाने का काम हो रहा है. आगे कहा कि पत्थलगड़ी को बढ़ावा देने में चर्च और विदेशी ताकतों का भी हाथ हो सकता है. इसलिए भारत सरकार को अविलंब एनआइए से इसकी जांच करानी चाहिए.श्री मुर्मू ने कहा कि इस नरसंहार के लिए प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से हेमंत सरकार दोषी है.

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