विरोध में जुलूस िनकाला, धरना भी

सिमडेगा : दो महिला आदिवासी हॉकी खिलाड़ी की मौत के मामले में पुलिस जांच में चूक को लेकर शनिवार को कई संगठनों ने जुलूस निकाला और धरना दिया. विरोध-प्रदर्शन व जुलूस में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वूमेन, आदिवासी महिला नेटवर्क, बगैचा, एनएचआरओ, नरेगा वॉच, यूनाइटेड मिल्ली फोरम सहित कई संगठनों (जो झारखंड जनाधिकार महासभा से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2019 11:50 PM

सिमडेगा : दो महिला आदिवासी हॉकी खिलाड़ी की मौत के मामले में पुलिस जांच में चूक को लेकर शनिवार को कई संगठनों ने जुलूस निकाला और धरना दिया. विरोध-प्रदर्शन व जुलूस में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वूमेन, आदिवासी महिला नेटवर्क, बगैचा, एनएचआरओ, नरेगा वॉच, यूनाइटेड मिल्ली फोरम सहित कई संगठनों (जो झारखंड जनाधिकार महासभा से जुड़े हुए हैं) के सदस्य व समर्थक शामिल हुए.

जुलूस भट्ठी टोली से निकल कर प्रिंस चौक मुख्य पथ से होता हुआ नगर परिषद कार्यालय के सामने पहुंचा. जुलूस में शामिल महिलाओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. जुलूस के बाद आयोजित धरना में एनएफआअडब्ल्यू की तारामणी साहू ने कहा कि वे सिविल सोसाइटी फैक्ट फाइंडिंग टीम की हिस्सा थी. उन्होंने घटना की जांच की.
उन्हाेंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने परिवार के सदस्यों को धमकी दी थी कि वे सिविल सोसाइटी की जांच टीम से बात न करें. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा की गयी जांच में कई पहलुओं पर गौर नहीं किया गया. पुलिस एक लड़की पुष्पा लोहार (14 वर्ष कोच के पद पर भी रही) की गवाही के आधार पर आत्महत्या की कहानी गढ़ दी. तारामनी ने कहा कि घटना स्थल के पास लड़कियों का पीछा बाइक और कार से करते देखा गया था. नरेगा वॉच के जेम्स हेरेंज ने कहा कि पुलिस आत्महत्या की झूठी कहानी बनाने की कोशिश कर रही है. मृतका श्रद्धा के पिता राजेश सोरेंग ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस ने मामले को आत्महत्या करार दिया है, जबकि उक्त मामला हत्या का है.
पुलिस फिर से उक्त मामले की जांच करे. सुनंदनी की मां ने कहा कि दोनों लड़कियों के बीच किसी समलैंगिक संबंध नहीं था. उन्होंने कहा कि वे आश्वस्त थे कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है. दोनों की मौत के पीछे कोच का भी हाथ है. वक्ताओं ने मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन करने की मांग की. वहीं पीड़ितों के चरित्र हनन के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की.
ज्ञात हो कि 11 अगस्त को दो महिला आदिवासी हॉकी खिलाड़ी श्रद्धा शालिनी सोरेंग (14) व नंदिनी बागे (23) का शव अरानी में एक पेड़ से लटकता मिला था. जुलूस में मुख्य रूप से निर्मला केरकेट्टा, शाफिया बेगम, फुलजेंसिया विलुंग, निर्मला खलखो, रेजिना डुंगडुंग, आरिफ राजा, दिलीप तिर्की, किरण, ललिता, फादर सलोमा, जेम्स हेरेंज, विवेक, पल्लवी, अफजल अमीस, सीराज दत्ता के अलावा अन्य लोग शामिल थे.

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