बिजली को लेकर राजखरसावां ग्रिड के सामने प्रदर्शन

आंधी आते ही 12-24 घंटे के लिए गुल हो जाती है बिजली सरायकेला-खरसावां : ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सेवा बदहाल मंगलवार को आयी आंधी-बारिश के बाद से अंधेरे में है लोग कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मेंटेनेंस में हो रही परेशानी सरायकेला. जिले में हल्की आंधी-बारिश के बाद इंसुलेटर व तार टूटने से बिजली व्यवस्था […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 25, 2017 5:44 AM

आंधी आते ही 12-24 घंटे के लिए गुल हो जाती है बिजली

सरायकेला-खरसावां : ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सेवा बदहाल
मंगलवार को आयी आंधी-बारिश के बाद से अंधेरे में है लोग
कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मेंटेनेंस में हो रही परेशानी
सरायकेला. जिले में हल्की आंधी-बारिश के बाद इंसुलेटर व तार टूटने से बिजली व्यवस्था चरमरा जाती है. मंगलवार की शाम आयी आंधी-बारिश के कारण मुडिया, कोलेबिरा सहित आसपास का क्षेत्र 24 घंटे से अंधेरे में है. इसे लेकर उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ ऊमस भरी गरमी है,
तो दूसरी तरफ बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. विद्युत विभाग ग्रामीण क्षेत्र पर ध्यान नहीं दे रहा है. ग्रामीण क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है. मंगलवार को आयी आंधी से सरायकेला के गोविंदपुर, कीता, शत्रुशाल, मुडकुम, पठानमारा, पंडुवा, खरसावां के बुरूडीह, गोजुडीह, असुरा, हांसदा, हाडीसाही, जगन्नाथपुर, रेंगोगोडा,धातकीडीह सहित दर्जनों गांव अंधेरे में है.
बिजली गुल रहने से सदर अस्पताल के मरीज रहे परेशान
बिजली कटने से सरायकेला सदर अस्पताल में भरती मरीजों को काफी परेशानी होती है. अस्पताल में इनवर्टर व जेनरेटर की व्यवस्था है, लेकिन सिर्फ लाइट जलती है. पंखा बंद रहता है. मरीजों ने बताया कि बीती रात पंखा नहीं चलने से काफी दिक्कत हुई.
दैनिक बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से काम प्रभावित
सरायकेला-खरसावां में विद्युत सब डिवीजन के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हड़ताल पर हैं. इसके कारण विद्युत व्यवस्था प्रभावित हो रही है. कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. विभाग ने मेंटेनेंस का काम प्राइवेट कंपनी को दे दिया है.

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