सरायकेला : कुकडु में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी नक्सली आमलगीर गिरफ्तार

– पश्चिम बंगाल में छुप कर रहा रहा था आलमगीर, महाराज प्रमाणिक दस्ता का हार्डकोर नक्‍सली है प्रताप मिश्र, सरायकेला तिरूलडीह थाना अंर्तगत कुकडु हाट बाजार में दिनदहाड़े पुलिसकर्मियों पर हमला कर पांच पुलिसकर्मियों की हत्या करने का आरोपी सह घटना का मास्टरमाईंड नक्‍सली आमलगीर आलम उर्फ नेपाली को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के वर्दमान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 28, 2019 5:48 PM

– पश्चिम बंगाल में छुप कर रहा रहा था आलमगीर, महाराज प्रमाणिक दस्ता का हार्डकोर नक्‍सली है

प्रताप मिश्र, सरायकेला

तिरूलडीह थाना अंर्तगत कुकडु हाट बाजार में दिनदहाड़े पुलिसकर्मियों पर हमला कर पांच पुलिसकर्मियों की हत्या करने का आरोपी सह घटना का मास्टरमाईंड नक्‍सली आमलगीर आलम उर्फ नेपाली को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के वर्दमान जिला अंतर्गत गलसी थाना क्षेत्र से शनिवार 27 जुलाई को गिरफ्तार किया था.

गिरफ्ताल आलमगीर हार्डकोर नक्सली महाराज प्रमाणिक व अनल दस्ता का सक्रिय सदस्य है. सरायकेला थाना में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी देते हुए एसपी एस कार्तिक ने बताया कि पुलिस को सूचना मिल रही थी कि कुकडु हाट में पुलिसकर्मियों की हत्या महाराज प्रमाणिक दस्ता द्वारा की गयी थी और इस घटना में मास्टरमाईंड के रूप में शामिल आलमगीर आलम उर्फ नेपाली पश्चिम बंगाल में छुपा हुआ है.

सूचना के आधार पर पुलिस द्वारा टीम गठित करते हुए छापामारी हेतु बंगाल गयी और आलमगीर को पकड़कर सरायकेला ले आयी. जहां रविवार 28 जुलाई को उसे जेल भेज दिया गया. प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ धीरेंद्र बंका के अलावे अन्य पुलिस पदाधिकारी भी उपस्थित थे.

अरहंजा के जंगल में बनी थी पुलिसकर्मियों की हत्या की योजना

कुकडू हाट बाजारा में दिनदहाड़े पुलिसकर्मियों की हत्या की योजना अरहंजा के जंगल में बनी थी. गिरफ्चार नक्सली आलमगीर ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि अरहंजा के जंगल में महाराज प्रमाणीक व अनल के साथ मिलकर घटना की योजना बनायी गयी थी. जिसमें वह भी शामिल था. उसने पुलिस को बताया कि अरहंजा जंगल में ही घटना की योजना बनायी गयी थी और घटना को अंजाम दिया गया था.

इस संबध में एसपी एस कार्तिक ने बताया कि मामले में पूर्व में गिरफ्तार नक्सली सुनील टुडु ने भी अपनी स्वीकृत बयान में बताया था कि घटना की योजना अनल ने बनायी थी. उसमें महाराज प्रमाणिक, आलमगीर, अमीत मुंडा शामिल थे. जबकि अतुल, टीपू, रामनरेश लोहरा, बुधराम मार्डी, श्रीराम मांझी सहित दस्ता के अन्य सदस्यों संग मिलकर अंजाम दिया था.

लेंगडीह के जंगल में छुपा रखा था घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल

आलमगीर ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद सिदडीह के लेंगडीह जंगल में घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल को छिपा कर रख दिया था. दूसरे दिन अपने सहयोगियों के साथ उक्त मोटरसाईकिल को बाहर निकाला था. घटना के बाद नक्सली महाराज प्रमाणिक लेंगडीह के जंगल में ही छिपे हुए थे. उस दिन आलमगीर ने अपने घर से पानी लाकर पिलाते हुए लेंगडीह के जंगल में छुपने में मदद की थी.

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