संताल में 14 लाख क्विंटल धान खरीदने का है लक्ष्य
धान क्रय केंद्र की तीसरी आंख से हो रही निगरानी, 24 से 48 घंटे में राशिका होगा भुगतान
बरहरवा
समय पर भुगतान नहीं होने से धान बेचने से कतराते हैं किसान
सरकार की ओर से प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर धान क्रय केंद्र खोले गये हैं, लेकिन इन धान क्रय केंद्रों पर जब किसान अपना धान लेकर पहुंचते हैं और बेचते हैं, तो उनका समय पर भुगतान नहीं होता है. इस कारण कई किसान सरकारी लैम्पस में धान बेचने से कतराते हैं. हालांकि, इस बार सरकार ने किसानों को भुगतान करने के लिए प्रक्रिया को और सरल बनाया है. जिससे किसानों को 24 से 48 घंटे के अंदर भुगतान डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में प्राप्त हो जायेगा. और इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. 31 जनवरी 2026 तक चलेगी खरीदारी धान क्रय केंद्रों पर सरकार की ओर से धान खरीदने की शुरुआत हो चुकी है, जो 31 जनवरी 2026 तक चलेगा. इसे लेकर जिला स्तर पर मॉनिटरिंग भी की जा रही है. इस बार के निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में हासिल करना है, क्योंकि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में प्रक्रिया को सुगम बनाया गया है. जिससे किसान अपना धान जब क्रय केंद्र पर बिक्री करेंगे तो उन्हें मुनाफा भी काफी अच्छा होगा. कहते हैं खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रदेश के खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा किसानों से धान खरीदने की शुरुआत हो चुकी है. हम लोग 24 से 48 घंटे के अंदर डीबीटी के माध्यम से किसानों को भुगतान कर रहे हैं. इस बार लक्ष्य को हासिल करना प्राथमिकता है, हम लोग धान क्रय केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे भी लगवा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
