कैरेट बांटने की आड़ में आधार कार्ड लेकर भागे संदिग्ध व्यक्ति, ग्रामीणों में मचा हड़कंप
कैरेट बांटने की आड़ में आधार कार्ड लेकर भागे संदिग्ध व्यक्ति, ग्रामीणों में मचा हड़कंप
आधार कार्ड व फोटो लेकर 30 रुपये में बांटे जा रहे थे कैरेट, युवकों ने की पूछताछ प्रतिनिधि, पतना साहिबगंज जिले के रांगा थाना क्षेत्र अंतर्गत बरहरवा-बरहेट मुख्य मार्ग पर मंगलवार की दोपहर केसरो गांव के समीप एक असामान्य घटना ने ग्रामीणों को चौंका दिया. दरअसल, एक पिकअप वाहन से आये कुछ लोग मात्र 30 रुपये में मजबूत प्लास्टिक कैरेट वितरित कर रहे थे. इसके बदले वे लोगों से आधार कार्ड और संबंधित व्यक्ति का फोटो भी ले रहे थे. कुछ ही समय में कई ग्रामीणों ने आधार कार्ड और फोटो देकर कैरेट ले लिये. लेकिन इतने कम दाम पर मजबूत कैरेट मिलने और इसके साथ ही पहचान पत्र की मांग किये जाने पर कुछ शिक्षित युवकों को संदेह हुआ. उन्होंने ठगी की आशंका जताते हुए विरोध शुरू कर दिया. स्थिति बिगड़ते देख कैरेट वितरित कर रहे सभी व्यक्ति वाहन सहित मौके से भाग निकले. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंगलवार की दोपहर करीब चार से पांच व्यक्ति एक बड़ी गाड़ी में सैकड़ों नीले रंग के कैरेट लेकर गांव पहुंचे थे. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि केवल 30 रुपये में कैरेट मिलेंगे. इसके लिए आधार कार्ड और फोटो साथ लाना होगा. जल्दी ही गाड़ी के पास ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. राहगीरों ने भी अपनी बाइकें रोककर कैरेट खरीदे. स्थानीय कुछ जागरूक युवकों ने जब इन लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने खुद को रांची विभाग की टीम का सदस्य बताते हुए ग्रामीण क्षेत्र में कैरेट बेचने की बात कही. लेकिन संतोषजनक उत्तर न मिलने पर युवकों को और अधिक संदेह हुआ. विरोध और हंगामे के बीच सभी व्यक्ति गाड़ी लेकर फरार हो गए. समाचार भेजे जाने तक यह गाड़ी ग्रामीण और सुदूरवर्ती क्षेत्रों की ओर देखे जाने की सूचना प्राप्त हुई थी. एक वर्ष पूर्व भी हो चुकी है इसी तरह की ठगी, मच्छरदानी के बहाने लिया गया था आधार कार्ड इससे पहले भी इसी प्रकार की एक घटना पिछले वर्ष 14 अगस्त को साहिबगंज जिले के पतना प्रखंड के एक पहाड़िया बहुल गांव में सामने आई थी. उस समय कुछ व्यक्ति चार चक्का वाहन में गांव पहुंचे थे और खुद को साहिबगंज स्थित एक एनजीओ से जुड़ा बताते हुए ग्रामीणों को मच्छरदानी वितरित की थी. बदले में उन्होंने ग्रामीणों से आधार कार्ड लिये और एक रजिस्टर में अंगूठे के निशान भी लिए. कुछ ही समय बाद पता चला कि जिन लोगों ने मच्छरदानी ली थी, उनके बैंक खातों से एक लाख रुपये से अधिक की राशि निकाल ली गई थी. जब यह मामला चर्चा में आया, तो उपायुक्त के आदेश पर पुलिस ने सभी पीड़ित ग्रामीणों के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया था. अब तक उन खातों को पुनः चालू नहीं किया गया है. क्या बोले बीडीओ…. किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना आधार कार्ड साझा न करें. डिजिटल युग में सिर्फ आधार कार्ड व फोटो या मोबाइल नंबर से ठगी हो जा सकती है. उन्होंने कहा कि कैरेट वितरण करने के बारे में उन्हें किसी भी प्रकार की कोई विभागीय सूचना नहीं है. वे कौन लोग हैं जो कैरेट वितरण करने के नाम पर लोगों से आधार कार्ड ले रहे हैं. इसकी जांच की जा रही है. क्या बोले एसडीपीओ………. बरहरवा एसडीपीओ नितिन कुमार खंडेलवाल ने कहा कि देर शाम सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने संबंधित पुलिस थाने को मामले का पता लगाने का आदेश दिया. एसडीपीओ ने अपील किया कि यदि क्षेत्र में कहीं भी ग्रामीणों को किसी प्रकार पर शक होता है तो पुलिस को सूचित करें. अनजान व्यक्ति से आधार कार्ड, फिंगरप्रिंट, फोटो एवं बैंक डिटेल्स कतई साझा न करें.
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