छल करने वालों से सावधान रहें, मोह-माया में निर्णय लेने से बचें
राधानगर दुर्गा मंदिर में श्रीराम कथा के आठवें दिन सीता हरण प्रसंग का व्याख्यान, कथावाचक संजय कृष्ण सनेही बोले-
उधवा
उधवा प्रखंड स्थित राधानगर दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा में मंगलवार को कथा के आठवें दिन कथावाचक संजय कृष्ण सनेही ने सीता हरण प्रसंग का विस्तृत वर्णन किया. उन्होंने कहा कि रावण द्वारा किया गया सीता हरण एक सुनियोजित घटना थी, जिसकी शुरुआत सूर्पनखा प्रसंग से होती है. कथावाचक ने बताया कि सुपर्णखा श्रीराम को देखकर मोहित हो जाती है और विवाह का प्रस्ताव रखती है, जिसे श्रीराम अस्वीकार कर देते हैं. इसके बाद वह क्रोधवश माता सीता पर झपटती है, जिस पर लक्ष्मण उसे दंडित करते हुए उसकी नाक काट देते हैं. अपमानित सूर्पनखा रावण के पास जाकर उसे सीता हरण के लिए उकसाती है, जो आगे चलकर राम-रावण युद्ध का कारण बनता है. कथावाचक संजय कृष्ण सनेही ने कहा कि सीता हरण की घटना महिलाओं को यह सीख देती है कि छल करने वालों से सावधान रहें, मोह-माया से दूर रहकर निर्णय लें और विपरीत परिस्थितियों में धैर्य, साहस तथा धर्म का पालन करें. कमेटी ने बताया कि बुधवार देर रात्रि नौ दिवसीय श्रीराम कथा का समापन किया जाएगा. कार्यक्रम में अनुनय मंडल, समर्थ मंडल, सनत कुमार घोष, सिद्धार्थ मंडल, राजकुमार घोष, नयन मिश्रा, आशीष सिंह, कांचन घोष सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे.
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