बिजली घाट पर दो हजार स्कावायर फीट में लगेगी फ्लाेटिंग जेटी

गंगा कटाव के कारण अब नाविकों को नहीं होगी परेशानी

By ABDHESH SINGH | September 6, 2025 8:05 PM

साहिबगंज

झारखंड का एकमात्र जिला है, जहां से गंगा नदी गुजरती है. हर साल बाढ़ यहां के लोगों के लिए बड़ी चुनौती बनती है. बाढ़ के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने, बीमार व्यक्तियों को अस्पताल ले जाने और आपात स्थितियों में राहत कार्यों के लिए बोट की आवश्यकता होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने चार नयी बोट खरीदी हैं. गंगा के कटाव और संचालन की समस्याओं को देखते हुए प्रशासन ने जेटी निर्माण का भी निर्णय लिया है. डीसी हेमंत सती ने बताया कि खरीदी गयी चार बोट का नाम गंगा, भागीरथी, मंदाकिनी और जहान्वी रखा गया है. इनमें से जहान्वी में पहले से केप्टन सीट लगी है. बाकी तीन में जल्द ही लगायी जायेगी. बिजली घाट पर फिलहाल 400 वर्ग फीट में बनी जेटी का आकार बढ़ाकर 2000 वर्ग फीट किया जायेगा. लगभग 35 लाख की लागत से डबल डेकर फ्लोटिंग जेटी का निर्माण होगा.

गंगा तट पर आपदा राहत के लिए नई सुविधाएं

नमामि गंगे घाट पर आपदा प्रबंधन विभाग से तीन बोट, स्वास्थ्य विभाग की एक एंबुलेंस और वन विभाग की एक बोट पहले से मौजूद है. अब चार नयी बोट जुड़ने से प्रशासन की आपदा प्रबंधन क्षमता और बढ़ जायेगी. फ्लोटिंग जेटी बरसात के मौसम में गंगा का जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षित स्थान पर स्थापित की जा सकेगी. इसमें 30 मीटर नायलॉन की 20 सेट फ्लोटिंग रोप लगायी जायेगी. जेटी पर 30 यूनिट कैंपिंग टेंट भी होंगे, ताकि लोग बोट का इंतजार कर सकें.

उच्च क्षमता वाले चार सर्चलाइट खरीदे जायेंगे

रात के समय अंधेरे से निबटने के लिए उच्च क्षमता वाले चार सर्चलाइट खरीदे जायेंगे, जो 12 घंटे तक चलेंगे. इसके अलावा चार पोर्टेबल सोलर पावर स्टेशन, 20 यूनिट करबिनर, बहुउद्देशीय सीढ़ियां और पुल निर्माण की सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी. आपदा राहत कार्यों के लिए 40 यूनिट लाइफ जैकेट, 40 जलरोधक पोंचो, वाटरप्रूफ बूट, बैटरी चालित हेड टॉर्च और प्राथमिक उपचार किट भी रखी जायेगी. फ्लोटिंग जेटी और नयी बोट की व्यवस्था से गंगा किनारे बसे लोगों को आपदा के समय काफी सुविधा मिलेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है