सुविधाओं के अभाव में क्रूज पर रात बिताने को विवश हैं विदेशी मेहमान

ठहरने के लिए सुविधाजनक होटल या रेस्टोरेंट का अभाव

By ABDHESH SINGH | October 4, 2025 9:53 PM

राजमहल.

संथाल परगना प्रमंडल का साहिबगंज जिला स्थित ऐतिहासिक नगरी राजमहल के पर्यटन स्थल कई मायनों में खास है — यह हल्दिया-वाराणसी जलमार्ग के जरिए संथाल परगना को जोड़ता है. लगातार राजमहल को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाने की मांग की जा रही है. यदि इसे टूरिस्ट सर्किट में शामिल किया जाता है, तो पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी. बीते 26 सितंबर 2025 को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित कंचनजंगा टूरिस्ट फेस्टिवल में, राजमहल विधायक मो ताजउद्दीन उर्फ एमटी राजा की पहल पर पहली बार जिला और झारखंड का स्टॉल लगाया गया. इस अवसर पर झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल के साथ-साथ भूटान और नेपाल के प्रतिनिधिमंडल भी इस क्षेत्र के पर्यटन स्थलों से परिचित हुए. हालांकि, राजमहल की यह गौरवशाली पर्यटन स्थली पर्यटकों की अपेक्षाओं पर तब खरी नहीं उतरती, जब उन्हें ठहरने के लिए सुविधाजनक होटल या रेस्टोरेंट नहीं मिल पाते. इसके बावजूद पर्यटकों का आगमन जारी रहता है. कई बार देर शाम जब क्रूज से विदेशी पर्यटक राजमहल पहुंचते हैं, तो वे दिन में स्थलों का भ्रमण कर लेते हैं, लेकिन रात्रि में उन्हें क्रूज पर ही रुकना पड़ता है. गाइडों का कहना है कि कई बार विदेशी पर्यटक सुरक्षा की दृष्टि से असहज भी महसूस करते हैं. टूरिस्ट गाइड शुभेंदु, अर्णव चक्रवर्ती और दीपक मिश्रा ने बताया कि विदेशी पर्यटकों के लिए हल्दिया से वाराणसी तक (वाया राजमहल) गंगा नदी जलमार्ग पर तीन क्रूज संचालित होते हैं — पांडव क्रूज, असम बंगाली नेविगेशन क्रूज और गंगा विलास क्रूज.

ये हैं प्रमुख पर्यटन स्थल :

सिंघीदलान, अकबरी मस्जिद, टकसाल घर, मैनाबीबी तालाब व मकबरा, जामी मस्जिद, बाराद्वारी, मोतीझरना जलप्रपात, राजमहल की पहाड़ियां, फुडग्रेंड फॉसिल्स कटघर, पक्षी अभयारण्य (रामसर साइट), गंगा नदी का तट मुख्य रूप से शामिल हैं.

इस साल 70 विदेशी पर्यटकों ने किया राजमहल पर्यटन स्थल का भ्रमण :

19 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के 5, यूनाइटेड किंगडम के 3, स्विटजरलैंड के 1, थाईलैंड के 1, जर्मनी के 1, यूनाइटेड स्टेट्स के 1 मसलन 6 देशों के कुल 12 विदेशी पर्यटक भ्रमण करने पहुंचे.

3 फरवरी को अमेरिका से 12, ऑस्ट्रेलिया से 2 और यूनाइटेड किंगडम से 5 यानि कुल 19 विदेशी पर्यटकों का भ्रमण.

17 फरवरी को आस्ट्रेलिया से 10, यूनाइटेड स्टेट से 4, यूनाइटेड किंगडम से चार कुल 4 देशों के 18 विदेशी पर्यटकों का भ्रमण.

19 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया का एक, न्यूजीलैंड का एक और अमेरिका से चार यानी की 3 देशों से 8 पर्यटकों का भ्रमण.

5 मार्च को अमेरिका, थाईलैंड, इंग्लैंड, फ्रांस 4 देशों के 6 विदेशी पर्यटकों ने भ्रमण किया.

1 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका से 5 विदेशी पर्यटकों ने किया भ्रमण.

वर्ष 2024 में 10 देश के 193 विदेशी पर्यटक पहुंचे. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, ब्राज़ील, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, इटली, ब्राज़ील, बेल्जियम, जर्मनी, मलेशिया के विदेशी पर्यटकों ने जामा मस्जिद व बाराद्वारी का भ्रमण किया. उसके बाद भारतीय रहन-सहन व कला संस्कृति को तथा गांव के विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के साथ भी सेल्फी ली.

2023 में 14 देशों से लगभग 125 विदेशी पर्यटकों ने भ्रमण किया है. इनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, इंग्लैंड, ब्राज़ील, यूनाइटेड किंगडम, इटली, ब्राज़ील, बेल्जियम, जर्मनी, मलेशिया, नागालैंड, यूरोप, थाईलैंड के पर्यटक शामिल हैं.

भारतीय त्यौहार का भी आनंद ले चुके हैं विदेशी सैलानी :

विदेशी सैलानी राजमहल भ्रमण के दौरान होली, दुर्गा पूजा का मेला एवं महाशिवरात्रि अनुष्ठान के अवसर पर यहां की भारतीय संस्कृति और धार्मिक अनुष्ठानों का भी लुत्फ उठा चुके हैं. विदेशी पर्यटकों के लिए राजमहल भ्रमण एक विशेष महत्व रखता है.

भारत के विभिन्न हिस्सों से भी पहुंचते हैं पर्यटक :

राजमहल की पहाड़ियों और राजमहल के ऐतिहासिक धरोहरों का भ्रमण करने भारतवर्ष के भी विभिन्न राज्यों से पर्यटकों का आगमन यहां होता है. विशेषकर झारखंड के विभिन्न हिस्सों के अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा के पर्यटक यहां पहुंचते हैं. यहां के ऐतिहासिक धरोहरों का भ्रमण करते हैं. ठंड के मौसम में पश्चिम बंगाल के पर्यटक तीन महीने तक विशेषकर पिकनिक का लुत्फ उठाते हैं. नवंबर से फरवरी तक साइबेरियन पक्षियों का कलरव और जम्मू के डल झील की तर्ज पर शिकारा का आनंद लेते हैं.

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कैप्सन – शनिवार को एमटी राजा

कहते हैं राजमहल विधायक :

राजमहल के पर्यटन स्थल का भ्रमण करने देश एवं विदेश के पर्यटक पहुंचते हैं. पर्यटन स्थल को विकसित करने एवं पर्यटकों को सुविधा मुहैया कराने के लिए झारखंड सरकार के मार्गदर्शन पर जिला प्रशासन के माध्यम से कार्य किया जा रहा है. मेरे भी माध्यम से लगातार प्रयास है कि यहां ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों का आगमन हो, इसे लेकर रूटमैप तैयार कर कार्य किया जा रहा है. टूरिस्ट सर्किट बनाकर राजमहल के पर्यटन स्थल को विकसित करने की आवश्यकता है जिस पर सरकार का सकारात्मक आश्वासन है. जल्द ही इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा.

– मो ताजउद्दीन उर्फ एमटी राजा, विधायक, राजमहल.

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