: शक्ति ऐप पर इमरजेंसी कॉल करते ही पहुंचेगी पुलिस
राज्य की महिलाओं की सुरक्षा को लेकर झारखंड पुलिस ने लांच किया है ऐप
साहिबगंज
क्या है शक्ति ऐप
शक्ति ऐप महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है. गूगल प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड कर महिलाएं अपने एंड्रॉयड मोबाइल में इंस्टॉल कर सकती हैं. ऐप में मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन के बाद नाम और तीन करीबी लोगों के नंबर दर्ज करने होते हैं, ताकि आपात स्थिति में उन्हें सूचना मिल सके. मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार कुशवाहा ने बताया कि खतरे या परेशानी की स्थिति में ऐप में दिए गए इमरजेंसी कॉल बटन को दबाने पर कॉल कंट्रोल को सूचना जाती है. लोकेशन के आधार पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचकर मदद करती है.
कैसे काम करता है यह ऐप
शक्ति ऐप बहुत ही सरल तरीके से मोबाइल लोकेशन के आधार पर परेशानी में घिरे महिलाओं और बच्चों को आसानी से ट्रेस कर लेता है. दरअसल, इस एप्लीकेशन में इमरजेंसी कॉल का ऑप्शन दिया गया है. जैसे ही उस बटन को दबाया जाता है. इसकी सूचना फौरन मोबाइल लोकेशन से साथ कंट्रोल रूम को दिया जाता है. कंट्रोल रूम इसकी सूचना को फौरन स्थानीय थाना को भेजती है. इसके बाद बिना कॉल लगाए बिना एसएमएस किए, बिना किसी से बात किए सिर्फ इमरजेंसी कॉल के बटन दबने से ही पुलिस कुछ ही देर में पीड़ित के पास पहुंच जाती है. क्या कहते हैं मुख्यालय डीएसपी राज्य सरकार के निर्देश पर झारखंड पुलिस द्वारा महिलाओं को सुरक्षा के लिए शक्ति ऐप जारी किया गया है. यह एप्लीकेशन मुख्य रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए है. सिर्फ एक बटन दबाते ही महिलाओं को कहीं भी, कभी भी, कुछ ही देर में पुलिस उसकी मदद के लिए पहुंच सकती है. महिलाओं को इस ऐप का इस्तेमाल करना चाहिए. विजय कुमार कुशवाहा, मुख्यालय डीएसपी, साहिबगंजडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
