पानी, बिजली, पक्की सड़क व नाली की समस्या से जूझ रहे रेलवे मुसहरी के लोग

नगर पंचायत बरहरवा के वार्ड संख्या-3 में मूलभूत समस्याओं का भी नहीं हो पाया है समाधान

By ABDHESH SINGH | September 7, 2025 8:01 PM

बरहरवा. नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या-पांच (रेलवे मुसहरी) में शनिवार को आपके अपने अखबार प्रभात खबर की ओर से ‘प्रभात खबर आपके द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें युवा, बुजुर्ग, गृहिणी, विद्यार्थी, मजदूर, खिलाड़ी वर्ग के डेढ़ दर्जन से अधिक लोग शामिल हुए. कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों ने खुलकर प्रभात खबर से क्षेत्र की समस्याओं को लेकर अपनी बातें साझा की. बताया कि रेलवे मुसहरी नगर पंचायत क्षेत्र बरहरवा के अंतर्गत आता है. लेकिन, आज भी क्षेत्र में कई मूलभूत समस्याएं हैं, जिसका समाधान नहीं हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार, रेलवे मुसहरी टोला में करीब 85 घर हैं, जिसकी आबादी करीब 400 की है. यहां सबसे ज्यादा पेयजल की समस्या होती है. रोजमर्रा की जरूरत को पूरा करने के लिए किसी तरह पानी की व्यवस्था तो लोग कर लेते हैं लेकिन पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने में काफी परेशानी होती है. हालांकि क्षेत्र में कुछ चापाकल हैं, लेकिन यह पूरे टोले के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है. मुहल्ले में नगर पंचायत द्वारा कराया जाने वाला एक भी डीप बोरिंग नहीं है. इस कारण घरेलू कार्यों में उपयोग व पेयजल के लिए पानी की किल्लत होती है. मुहल्ले में पक्की सड़कों का अभाव है. कई गलियों में कच्चे रास्ते हैं, जिससे आवागमन में बहुत अधिक कठिनाई होती है. निचले इलाके में बसे रहने के कारण बरसात के दिनों में मुहल्ले में बहुत अधिक जलजमाव हो जाता है. वहीं, जल निकासी के लिए नाली नहीं रहने के कारण समस्याएं और अधिक बढ़ जाती है. पूरा रास्ता कीचड़मय हो जाता है. वहीं, मुहल्ले में रोशनी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. नगर द्वारा चार-पांच स्थानों में सोलर संचालित स्ट्रीट लाइट लगाया गया था, जिनमें से कई खराब हैं. यह मुहल्ला मुख्य बाजार से अंदर रहने के कारण रात के अंधेरे में सड़कों पर चलने में सांप, बिच्छू आदि का डर बना रहता है. वहीं, मुहल्ले की महिलाओं ने बताया कि कई महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. कुछ लोगों का राशन कार्ड में नाम नहीं जुड़ा है, तो वहीं कई बुजुर्गों को पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है. कई बुजुर्गों को महीनों से पेंशन नहीं मिला है. बरसात में मुहल्ले में मच्छरों, कीड़े-मकोड़ों का प्रकोप बढ़ जाता है. इससे मुहल्ले में बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है. वहीं, पूर्वी रेलवे फाटक बंद हो जाने से ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने पर अंडरपास से होकर आने-जाने में काफी कठिनाई होती है. खेल के मैदान में उग गयी है झाड़ियां …. मुहल्ले के युवाओं ने बताया कि बचपन में हम सभी मुहल्ले में स्थित रेलवे प्लेग्राउंड में खेला करते थे. लेकिन, वर्तमान समय में इस मैदान में झाड़ियां उग आयी है तथा पूरा मैदान कीचड़मय है. पूरे मुहल्ले का पानी इसी मैदान में जमा रहता है. इस कारण विषैले जीव-जंतु मैदान के आस-पास रहते हैं. मुहल्ले के बच्चे अब मुहल्ले में खेल-कूद नहीं कर पाते हैं. इस कारण अब बच्चे मोबाइल में अपना ज्यादा समय दे रहे हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो रहा है. इससे अभिभावक बहुत अधिक चिंतित हैं. नगर प्रशासन को रेलवे के साथ सामंजस्य स्थापित कर मैदान को पुनः खेलने लायक बनाना चाहिए, जिससे हमारे मुहल्ले के अलावा रेलवे कॉलोनी, विवेकानंद पथ, मुशहरीपाड़ा आदि के बच्चों को भी खेलने के मैदान का लाभ मिल सके. रेलवे मुसहरी में आंगनबाड़ी केंद्र, पक्की सड़कें व नालियां बनाने की मांग : ग्रामीणों ने बताया कि हमारे मुहल्ले में एक भी आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है. एक आंगनबाड़ी केंद्र पोद्दो पोखर पटाल पर है, जिसका पोषक क्षेत्र बड़ा है. जहां रेलवे मुसहरी, मुसहरीपाड़ा, रेलवे कॉलोनी, विवेकानंद पथ और पोद्दो पोखर पटाल के बच्चे जाते हैं. लेकिन, दूरी अधिक होने के कारण बच्चे वहां पढ़ने जाना नहीं चाहते हैं. इसीलिए हमारे मुहल्ले में एक आंगनबाड़ी केंद्र खुलना चाहिए. वहीं, ग्रामीणों ने राजेश सिंह के घर से राजेश गुप्ता के घर तक, जयप्रकाश ठाकुर के घर से इब्राहिम शेख के घर तक पक्की सड़क बनाने, सुजीत कर्मकार के घर से बलराम सिंह के घर तक तथा चनमन मेहत्तर के घर से राजू ठाकुर के घर तक नाला बनाने की मांग की है.

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