आदि कर्मयोगी अभियान से साहिबगंज के आदिम जनजाति गांवों को मिलेगी नयी दिशा
साहिबगंज जिले में आदिम जनजाति गांवों के विकास के लिए आदि कर्मयोगी अभियान शुरू किया गया है, जिसका शुभारंभ 10 जुलाई को हुआ। यह अभियान देश के 30 राज्यों के 1,00,000 जनजातीय गांवों में संचालित हो रहा है, जिसमें झारखंड के 22 जिलों के 7,100 गांव शामिल हैं। साहिबगंज के 9 प्रखंडों के 236 गांवों में विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य जनजातीय समुदायों के जीवन स्तर में सुधार लाना, विभिन्न विकास योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना और ग्राम स्तर पर कार्ययोजना तैयार करना है। अभियान के तहत आदि सेवा केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे, जो डिजिटलीकरण के माध्यम से योजनाओं की पारदर्शिता और उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। साथ ही, 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा तथा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
साहिबगंज जिले में वरदान होगी केंद्र सरकार की पहल नागराज, बरहेट. जिले में ग्राम विकास को गति देने और केंद्र सरकार के विजन-2030 को साकार करने के लिए आदि कर्मयोगी अभियान की तैयारियां शुरू हो गई हैं. भारत सरकार के मंत्रालय द्वारा 10 जुलाई को धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ किया गया. इस अभियान के तहत अनुसूचित जनजातियों के विकास एवं कल्याण से जुड़ी प्रमुख योजनाओं की संतृप्ति सुनिश्चित की जायेगी. यह अभियान देश के 30 राज्यों के 555 जिलों के 3,000 प्रखंडों में चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत 1,00,000 जनजातीय गांवों को शामिल किया गया है. इसका लक्ष्य लगभग 10.5 करोड़ जनजातीय लोगों को लाभ पहुंचाना है. झारखंड राज्य के कुल 22 जिलों के 240 प्रखंडों और 7,100 गांवों को चिन्हित किया गया है. इनमें साहिबगंज जिले के 9 प्रखंडों—बरहेट, बरहरवा, पतना, साहेबगंज, मंडरो, उधवा, तालझारी, राजमहल और बोरियो के कुल 236 ग्रामों को चयनित किया गया है. इन बहुल सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है. इस अभियान का उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाकर जनजातीय समुदायों के जीवन स्तर में सुधार लाना है. अभियान के तहत जिला एवं प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षक और ग्राम स्तर पर कैडर तैयार किये जायेंगे. इसमें अशासकीय संस्थाएं, स्वयं सहायता समूह, पंचायत सचिव, युवा, पंच, फ्रंटलाइन कर्मचारी, सेवाभावी संगठन एवं स्वयंसेवकों की भूमिका होगी. ये सभी कार्यकर्ता जिले के आदिवासी बहुल गांवों में विभिन्न योजनाओं जैसे धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान, पीएम जनमन योजना के तहत आवास, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, बिजली, पेयजल, कल्याण विभाग, स्वच्छता विभाग, कृषि, महिला एवं बाल विकास परियोजना, खाद्य आपूर्ति, सामाजिक सुरक्षा पेंशन आदि के क्रियान्वयन, उपलब्धता और संतृप्तिकरण हेतु ग्राम स्तर पर कार्ययोजना तैयार करेंगे. इसके अतिरिक्त, विभिन्न विभागीय योजनाओं को सम्मिलित कर क्रिटिकल गैप को चिन्हांकित किया जायेगा. ये क्रिटिकल गैप भविष्य में आदिवासी ग्रामों के समग्र विकास हेतु ग्राम स्तर पर योजना निर्माण में सहायक सिद्ध होंगे. जिले के 236 गांवों में आदि सेवा केंद्रों की स्थापना, मिलेगी सभी सेवाएं : इस अभियान के अंतर्गत चयनित सभी गांवों में आदि सेवा केंद्र स्थापित किये जायेंगे. इन सेवा केंद्रों के माध्यम से सभी योजनाओं की जानकारी पारदर्शिता के साथ प्रदान की जायेगी. यह सेवा प्रणाली पूरी तरह डिजिटलीकरण से जुड़ी होगी. अभियान के अंतर्गत सेवा पर्व और आदि कर्मयोगी सेवा अभियान का आयोजन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक किया जायेगा. इस 16 दिवसीय अभियान के दौरान प्रत्येक चयनित ग्राम के लिए 2 अक्टूबर से पूर्व ट्राइबल विलेज विजन 2030 का निर्माण किया जायेगा. इसके साथ ही जन-भागीदारी से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जायेगा, शिकायत निवारण एवं सेवा प्रदाय हेतु शिविरों का आयोजन किया जायेगा. प्रत्येक पखवाड़े में आदिवासी सेवा दिवस और प्रत्येक सप्ताह सोमवार को आदिवासी सेवा सम्मेलन का आयोजन सुनिश्चित किया जायेगा. प्रत्येक गांव के लिए विजन-2030 दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया तेजी से प्रारंभ कर दी गई है. यह दस्तावेज आने वाले समय में ग्राम विकास के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभायेगा. जिले में प्रखंडवार ग्राम की संख्या………………. प्रखंडगांवों की संख्या बरहेट 49 मंडरो 46 साहिबगंज 2 तालझारी 38 पतना 36 राजमहल 2 बोरियो 61 बरहरवा 2
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