कृषि मंत्री ने बांटे ग्रामीणों के बीच मुआवजा राशि का चेक
वनरोपण प्रक्षेत्र बेड़ो के प्रांगण में आयोजित जंगली जानवरों से हुए फसल व मकान क्षति का मुआवजा वितरण सह पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम
प्रतिनिधि, बेड़ो.
जंगलों को बचाना मानव का परम कर्तव्य है. जंगल पर्यावरण का मूल आधार है. जल, जंगल और जमीन का अन्योन्याश्रय संबंध है. जंगलों से ही हमें प्राण वायु मिलती है. जंगलों के बिना मानव जीवन की कल्पना व्यर्थ है. उक्त बातें राज्य के कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने वन प्रमंडल के तत्वावधान में शुक्रवार को वनरोपण प्रक्षेत्र बेड़ो के प्रांगण में आयोजित जंगली जानवरों से हुए फसल व मकान क्षति का मुआवजा वितरण सह पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही. उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जलाकर किया. मंत्री ने बेड़ो, इटकी व लापुंग प्रखंड के गांवों में जंगली हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त फसल व मकान के 269 ग्रामीणों के बीच 21 लाख 12 हजार 860 रुपये के मुआवजा का चेक लाभुकों के बीच वितरण किया. उन्होंने वन समिति के अध्यक्षों के बीच हाथी प्रभावित क्षेत्रों में पटाखा व टार्च का वितरण किया. वहीं वन प्रमंडल पदाधिकारी श्रीकांत वर्मा ने कहा कि जंगली पशुओं से होनेवाले फसल, घर, जान-माल व पशु के नुकसान का क्षतिपूर्ति का भुगतान राज्य के 25वां स्थापना दिवस के पूर्व करने की बात कही. संचालन नगड़ी प्रभारी वनपाल राहुल महली ने किया. मौके पर उपप्रमुख मोददसिर हक, वन क्षेत्र पदाधिकारी गायत्री देवी, नवल किशोर सिंह, रमेश उरांव, देवनिश तिग्गा, पंचू उरांव, रशीद मीर, शंभु बैठा, संतोष तिर्की, सोमरा लोहरा मौजूद थे.बेड़ो, हाथियों से बचाव के लिए सामान का वितरण करतीं कृषि मंत्री.B
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