झारखंड में 10 जून से बालू निकासी पर लगेगी रोक, तीन बड़े घाटों की निविदा शुरू

झारखंड में 10 जून से बालू घाटों से बालू की निकासी पर एनजीटी की रोक लग जायेगी. जेएसएमडीसी द्वारा पूर्व में निकाली गयी निविदा के तहत तीन बड़े घाटों के लिए एमडीओ चुन लिये गये हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 1, 2023 11:30 AM

Jharkhand News: 10 जून से पूरे राज्य में बालू घाटों से बालू की निकासी पर एनजीटी की रोक लग जायेगी. पर जेएसएमडीसी द्वारा कैटगरी सी के छह बड़े बालू घाटों की निविदा 30 मई को जारी की गयी है. जबकि निविदा प्रक्रिया पूरी होते-होते दो से तीन माह का समय लग जायेगा. बताया गया कि जेएसएमडीसी द्वारा बोकारो जिले दामोदर नदी स्थिति चांपी, खेतको घाट (52.40 हेक्टेयर), गढ़वा जिले सोन घाट(213 हेक्टेयर) व नोर्थ कोयल घाट(57.6 हेक्टेयर), पूर्वी सिंहभूम के कोरेयामोहनपाल, स्वर्ण नदीपाल ( 71 हेक्टेयर), डामजुर (126 हेक्टेयर ) व गिरिडीह जिले के मांझने सिराटार (70.27 हेक्टेयर) के लिए निविदा जारी जारी की गयी है. इसमें चयनित एमडीओ से फायनेंशिलय बिड सात जून तक मांगा गया है.

तीन बड़े घाटों की निविदा शुरू

जेएसएमडीसी द्वारा पूर्व में निकाली गयी निविदा के तहत तीन बड़े घाटों के लिए एमडीओ चुन लिये गये हैं. इसमें सरायकेला-खरसावां जिले सपारोम सोरो बिरडीह बालू घाट के लिए बिष्णु ट्रांसपोर्ट एंड कंपनी का चयन किया गया है. यह घाट 76.77 हेक्टेयर का है. वहीं सिमडेगा जिले के 62.45 हेक्टेयर के दुमकी, किरेसेरा बालू घाट इकोनॉमिक इंडस्ट्रीज को मिला है.

गिरिडीह जिले के 53.56 हेक्टेयर का बिरने, पथलडीहा, नावाडीह बालू घाट भी इकोनॉमिक इंडस्ट्रीज को मिला है. बताया गया कि अब एमडीओ माइ़निंग प्लान बना कर इसी, सीटीओ लेने की कार्रवाई करेंगे. इसके बाद ही बालू घाटों से बालू की निकासी कर सकेंगे.

Also Read: झारखंड : सड़ रही है वर्ष 2016 में पांच लाख बच्चों को देने के लिए खरीदी गयी टी-शर्ट, पिघल गयीं टॉफियां

Next Article

Exit mobile version