RIMS 2 विवाद: किसानों पर FIR से भड़के चंपाई सोरेन, बोले- आदिवासी विरोधी है सरकार
RIMS 2: पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कोई इस आदिवासी विरोधी राज्य सरकार को याद दिलाए कि अपनी जमीन पर हल चलाना या रोपा रोपना कोई अपराध नहीं है. इसलिए उन्हें एफआईआर वापस लेना चाहिए.
RIMS 2 | रांची, प्रताप मिश्रा: राजधानी रांची के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की जमीन को लेकर खूब बवाल हो रहा है. बीते दिनों स्थानीय किसान इसके विरोध में प्रदर्शन करने सड़क पर उतर आये थे. साथ ही रिम्स-2 के लिए प्रस्तावित जमीन पर हल चलाकर और रोपा रोपकर विरोध भी जताया था. इस दौरान कई लोग प्रशासन के साथ भी भीड़ गये. मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. अब इसी बीच झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कोई इस आदिवासी विरोधी राज्य सरकार को याद दिलाए कि अपनी जमीन पर हल चलाना या रोपा रोपना कोई अपराध नहीं है. इसलिए उन्हें एफआईआर वापस लेना चाहिए.
नगड़ी क्षेत्र में लगेगा आदिवासी महादरबार
पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने कहा की झारखंड में आदिवासी मूलवासी जमीन की लूट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अक्टूबर में नगड़ी क्षेत्र में आदिवासी महादरबार लगेगा. इसमें लाखों लोगों की मौजूदगी में समाज के मार्गदर्शक आगे की रणनीति तय करेंगे. उन्होंने कहा सरकार के जो मंत्री और विधायक बाहरी लोगों को लाने का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें प्रशासन द्वारा किए गए एफआईआर को पढ़ना चाहिए, उसमें सिर्फ आदिवासी-मूलवासी समाज के लोगों के ही नाम हैं.
खेतिहर जमीन पर नहीं होने देंगे निर्माण- चंपाई सोरेन
पूर्व सीएम ने कहा, राज्य सरकार की मानसिकता को इसी बात से समझा जा सकता है कि वे समाज के लोगों को बाहरी कह रहे हैं, और बाहरी बांग्लादेशी घुसपैठियों को अपना समझ कर,उन्हें बचाने के लिए एसआईआर का विरोध कर रहे हैं. सोरेन ने कहा है की फिर से याद दिलाना चाहेंगे कि हमारा विरोध रिम्स-2 के निर्माण को लेकर नहीं है. आप एक नहीं 10 अस्पताल बनाइए, लेकिन किसानों की खेतिहर जमीन पर नहीं. वैसे भी, मानव जीवन में हमें दवाइयों से ज्यादा अनाज की जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा- जब कभी भी आदिवासियों – मूलवासियों को उजाड़ने का और उनकी जमीन को हड़पने का प्रयास होगा, तब हर बार विरोध होगा, और हर बार हम समाज के साथ खड़े रहेंगे.
