आमजनों की सुविधा के लिए नगर निगम रांची की सड़कों पर चलायेगा 250 सिटी बस, इन 42 एजेंडे पर बनीं सहमति

रांची में 250 सिटी बसें चलायी जायेंगी. कल नगर निगम की बैठक में हुई जिसमें 42 प्रस्तावों पर मुहर लगी. इसके अलावा सड़क पर जलजमाव की समस्या को लेकर भी चर्चा हुई जहां जल निकासी की व्यवस्था प्लान पर बना.

By Sameer Oraon | September 17, 2022 10:11 AM

रांची : रांची में आमजनों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए 250 सिटी बसें चलायी जायेंगी. इस प्रस्ताव को अनुमति के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा जायेगा. वहीं, सिटी बसों में महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उचित व्यवस्था की जायेगी. रांची नगर निगम बोर्ड की बैठक में ये निर्णय लिये गये. करीब दो साल बाद शुक्रवार को करीब दस घंटे (सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक) बैठक चली.

इस दौरान 44 एजेंडे पर चर्चा की गयी और 42 एजेंडे को पारित किया गया. बैठक में पार्षदों ने दो एजेंडे सेप्टिक टैंक क्लीनिंग सेवा शुल्क बढ़ाने के प्रस्ताव और स्वनिधि महोत्सव में अतिरिक्त खर्च के एजेंडे के भुगतान पर रोक लगा दी. पार्षदों का कहना था कि भुगतान से पहले समीक्षा होनी चाहिए. वहीं, बैठक में पार्षद रोशनी खलखो व सविता लिंडा ने कहा कि सिटी बस में महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया.

बैठक में सड़कों और माेहल्लाें में जलजमाव की समस्या के स्थायी निदान के लिए नालों का सर्वे कराने पर फैसला लिया गया. कहा गया कि छोटी-बड़ी सभी नालियाें का सर्वे कराया जायेगा. स्थिति का आकलन करने के बाद नगर निगम की ओर से जल निकासी की व्यवस्था का प्लान तैयार होगा, उसे लागू किया जायेगा.

वहीं, राजधानी के स्लम इलाकों में 226 मॉड्यूलर टॉयलेट लगाने पर सहमति बनी. वर्तमान में शहर में 80 मॉड्यूलर टॉयलेट लगाये गये हैं. बैठक में मेयर के अलावा डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर आयुक्त शशि रंजन, अपर नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन, उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार, सहायक नगर आयुक्त ज्योति कुमार व शीतल कुमारी, स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ किरण कुमार और डॉ आनंद शेखर झा समेत वार्डों के पार्षद मौजूद रहे.

पार्षदों ने किया हंगामा

बैठक की शुरुआत में करीब दो घंटे तक पार्षदों ने विभिन्न वार्डों में किये गये पेवर ब्लॉक के कार्य के एजेंडे को बैठक में नहीं लाये जाने पर हंगामा किया. पार्षद विनोद सिंह ने बताया कि कई वार्ड में काम पूरा हो गया, लेकिन ठेकेदार को राशि का भुगतान नहीं हुआ है. इससे कुछ वार्ड में ठेकेदार ने अधूरा काम ही छोड़ दिया है. दूसरी ओर, मुस्लिम पार्षदों ने शुक्रवार को निगम बोर्ड की बैठक होने पर आपत्ति जतायी. कहा कि शुक्रवार नमाज का दिन है, निगम की बैठक नहीं होनी चाहिए थी.

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