68 बार रक्तदान कर चुके हैं राजीव चटर्जी
चूरी काॅलोनी निवासी राजीव चटर्जी 68 बार रक्तदान कर समाज में एक अनूठा उदाहरण पेश किया है.
डकरा.डकरा गुरुद्वारा चौक पर पब्लिक फोनेक्स नामक प्रतिष्ठान चलाने वाले चूरी काॅलोनी निवासी राजीव चटर्जी 68 बार रक्तदान कर समाज में एक अनूठा उदाहरण पेश किया है. राजीव चटर्जी ने प्रभात खबर को बताया कि 1995 में अपने एक पड़ोसी को रक्तदान करने के बाद जो आनंद का अनुभव मिला वह रक्तदान के प्रति एक जुनून बन गया और यहीं से हर साल चार बार रक्तदान करने के सफर की शुरुआत हो गयी. डकरा व्यवसायिक संघ के अध्यक्ष राजीव ने अपने दोस्तों के साथ डकरा में सिविल सोसायटी संस्था का गठन किया, जो थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए वर्ष 2020 से प्रत्येक वर्ष सदर अस्पताल रांची के ब्लडबैंक को लगभग 1000 यूनिट रक्त एकत्रित कर देती है. इस अभियान से लगभग 50 लोग जुड़े हुए हैंं. 2003 में शादी के बाद पत्नी रुसी चटर्जी, बीस वर्षीय पुत्र मयंक चटर्जी, 21 वर्षीय पुत्री गार्गी चटर्जी भी क्रमशः 15, 4 और 5 बार रक्तदान कर चुके हैंं. 17 जून को राज्य सरकार द्वारा इन्हें सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया गया है.
सिविल सोसायटी के सदस्यों ने सम्मानित किया
सिविल सोसायटी खलारी-डकरा के सदस्यों ने शनिवार को विश्व रक्तदान दिवस पर राजीव चटर्जी को सम्मानित किया. सभी ने कहा कि आपके प्रेरणा से ही सोसायटी रक्तदान के क्षेत्र में एक मिसाल कायम करते हुए राज्य में सबसे अधिक रक्त एकत्रित करने के मामले में दूसरा स्थान हासिल किया है. इस अवसर पर सोसायटी से जुड़े एवं कई नियमित रक्तदाता मौजूद थे.फोटो 14 डकरा 02 राजीव चटर्जीB
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