Jharkhand : रांची में प्रेम सागर मुंडा की हत्या के विरोध में पिपरवार बंद, कोयला डिस्पैच ठप

टेरर फंडिंग का आरोपी है प्रेम सागर मुंडा, नक्सलियों के 100 करोड़ रुपये लेकर फरार है भाई बबलू मुंडा

By Mithilesh Jha | March 3, 2020 4:05 PM

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में भाजपा नेता प्रेम सागर मुंडा की हत्या के विरोध में चतरा जिला का पिपरवार मंगलवार को बंद रहा. पिपरवार कोयलांचल के मुंडा समाज ने बंद का आह्वान किया था. फलस्वरूप सभी दुकानें, बाजार, कोयला ढुलाई एवं साइडिंग से कोयला डिस्पैच पूरी तरह ठप रहा. सोमवार की शाम करीब सात बजे रांची में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी थी.

बरियातू थाना क्षेत्र के होटल पार्क प्राइम के पास प्रेम सागर मुंडा को गोलियों से छलनी करके दो बाइक सवार फरार हो गये थे. यहां से मुंडा को रिम्स ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. अपराधियों ने प्रेम सागर को छह गोलियां मारी थी. बताया जा रहा है कि नक्सली संगठन टीएसपीसी उससे 100 करोड़ रुपये की लेवी का हिसाब मांग रहा था. प्रेम का भाई बबलू सागर मुंडा यह पैसा लेकर फरार है.

शुरुआती जांच में हत्या की वजह लेवी के पैसे के विवाद के अलावा एदलहातू की एक बेशकीमती जमीन भी बतायी जा रही है. प्रेम सीसीएल में काम करता था और राज्य के एक पूर्व सीएम का करीबी था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उसकी संपत्ति की जांच कर रही है. इधर, हत्यारों की धर-पकड़ एवं जांच के लिए दो एसपी और पांच डीएसपी को लगाया गया है.

टीएसपीसी के लिए लेवी की वसूली करने के आरोप में सजा भुगत चुका प्रेम सागर मुंडा चार दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था. पुलिस को सूचना है कि प्रेम सागर मुंडा का भाई बबलू मुंडा टीएसपीसी 100 करोड़ रुपये लेकर भाग गया है. इसके बाद से ही टीएसपीसी रुपये के लिए प्रेम सागर पर दबाव बना रहा था. बबलू चतरा जिला के टंडवा प्रखंड का उप-प्रमुख है.

ऐसे हुई प्रेम सागर की हत्या : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोमवार की शाम करीब सात बजे प्रेम सागर मुंडा अपनी फॉर्चूनर कार (JH01 BT 0009) से मोरहाबादी पहुंचा और पार्क प्राइम होटल के पास रुका था. इसी दौरान बाइक पर सवार दो अपराधियों ने उससे कुछ बात की और दनादन गोलियां बरसा दी. नाइन एमएम की पिस्टल से उसे एक के बाद एक छह गोलियां दाग दी गयीं. एक गोली प्रेम सागर के सिर में और शेष गोलियां शरीर के अन्य हिस्सों में लगीं. गोली दागने में के बाद अपराधी एदलहातू के रास्ते वहां से भाग गये. घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से प्रेम सागर मुंडा को रिम्स ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

टेरर फंडिंग का आरोपी है प्रेम सागर मुंडा : प्रेम सागर मुंडा टेरर फंडिंग का भी आरोपी है. उसके खिलाफ चतरा के टंडवा थाना में कांड संख्या 222/18 और पिपरवार थाना में कांड संख्या 36/19 दर्ज हैं. इसमें प्रेम समेत 77 लोगों को आरोपी बनाया गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस मामले की जांच कर रही है. प्रेम की चल-अचल संपत्ति भी एनआइए खंगाल रही है. खबर है कि प्रेम ने रांची के मोरहाबादी एवं कांके समेत कई इलाकों में संपत्ति खरीदी है.

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