स्थायी शिक्षक नहीं, कांके प्रशिक्षण कॉलेज प्रतिनियुक्ति पर निर्भर
राजकीय शिक्षण प्रशिक्षण कॉलेज, कांके में शिक्षण कार्य पूरी तरह प्रतिनियुक्त शिक्षकों के भरोसे चल रहा है.
रांची. राजकीय शिक्षण प्रशिक्षण कॉलेज, कांके में शिक्षण कार्य पूरी तरह प्रतिनियुक्त शिक्षकों के भरोसे चल रहा है. यहां 13 शिक्षक पढ़ा रहे हैं, लेकिन फिलहाल कोई स्थायी शिक्षक नियुक्त नहीं है. जानकारी के अनुसार ये सभी शिक्षक शिक्षा विभाग की ओर से विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों से प्रतिनियुक्त किये गये हैं. वही शिक्षक शिक्षण-प्रशिक्षण का पूरा जिम्मा संभाल रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि यह व्यवस्था स्थापना काल से ही चली आ रही है और अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है. कॉलेज में स्थापना काल से अब तक केवल आठ पद स्वीकृत हैं, लेकिन स्थायी नियुक्ति आज तक नहीं हो सकी है.
एनसीटीइ मानकों के आधार पर बढ़ेंगे पद : प्राचार्य
कॉलेज के प्राचार्य रमण झा ने बताया कि शिक्षक पदों की संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है. राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीइ) के मानकों के आधार पर जल्द ही पदों की संख्या बढ़ाकर 16 की जायेगी.वर्ष 2020 में खत्म हो गयी थी कॉलेज की मान्यता
100 सीटों की क्षमता वाले इस कॉलेज की मान्यता वर्ष 2020-22 में समाप्त कर दी गयी थी. एनसीटीइ के मापदंड पूरे नहीं होने के कारण मान्यता रद्द की गयी थी. इसके बाद वर्ष 2021-23 में नामांकन नहीं हो पाया. काफी प्रयासों के बाद 21 जुलाई 2023 को कॉलेज की मान्यता फिर से बहाल की गयी. इस कार्य में कॉलेज के शिक्षकों की अहम भूमिका रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
