कल्पना सोरेन ने मुश्किल दिनों में झामुमो को संभाला, संगठन में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

Kalpana Soren News: झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद लोकसभा के चुनाव आ गये. पार्टी का नेता जेल में था. पार्टी बड़े संकट में थी, लेकिन कल्पना सोरेन संकटमोचक बनकर उभरीं. उन्होंने न केवल पार्टी, बल्कि इंडिया गठबंधन का भी नेतृत्व किया. जमकर प्रचार किया. महागठबंधन को लोकसभा चुनाव 2024 में 13 में से 5 सीटों पर जीत मिली, जो पार्टी और गठबंधन के लिए बड़ी जीत थी.

By Mithilesh Jha | April 14, 2025 4:26 PM

Kalpana Soren JMM News| झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय से विधायक कल्पना सोरेन का राजनीतिक कद बढ़ा है. कल्पना सोरेन ने लोकसभा चुनाव 2024 में अपनी राजनीतिक सूझ-बूझ का परिचय दिया. मुश्किल दिनों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संगठन को संभाला. वर्ष 2024 झारखंड की राजनीति और झामुमो के लिए उथल-पुथल वाला वर्ष रहा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक मामले में जेल जाना पड़ा. मुख्यमंत्री के जेल जाते ही लोकसभा का चुनाव आ गया. झामुमो के कर्ताधर्ता जेल में थे, तो कल्पना सोरेन ने मोर्चा संभाला.

लोकसभा चुनाव में कल्पना सोरेन ने किया इंडिया गठबंधन का नेतृत्व, दिया परिणाम

लोकसभा चुनाव में बड़ी शिद्दत से जुटी रहीं. इंडिया गठबंधन का नेतृत्व किया. लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को 5 सीटें आयीं. आदिवासी सीटों पर गठबंधन का प्रदर्शन पहले से बेहतर रहा. लोकसभा में झामुमो और कांग्रेस दोनों का ग्राफ बढ़ा. हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद भी कल्पना सोरेन ने संगठन के काम में समय दिया.

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झारखंड विधानसभा चुनाव में कल्पना सोरेन ने किया जबरदस्त कैंपेन

विधानसभा चुनाव में भी कल्पना सोरेन ने जबरदस्त कैंपेन किया. पूरे राज्य का दौरा किया. कल्पना सोरेन पार्टी के अंदर ही नहीं, बल्कि गठबंधन में एक बड़ा चेहरा बनकर उभरी हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में कल्पना सोरेन को संगठन के अंदर अहम जिम्मेवारी दी जा सकती है. उन्होंने कम समय में कार्यकर्ताओं के बीच अपना विश्वास कायम किया है.

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कल्पना सोरेन ने राजनीतिक दक्षता और प्रबंधन कौशल को साबित किया

कल्पना सोरेन ने अपनी दक्षता और राजनीतिक कौशल को साबित किया है. पार्टी की कोशिश होगी कि कल्पना सोरेन के सहारे संगठन को मजबूत किया जाये. संगठन में इनकी सक्रियता को बढ़ाकर अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिश हो सकती है. खासकर आधी आबादी के बीच कल्पना सोरेन को आगे करके पार्टी अपनी पैठ मजबूत कर सकती है.

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