झारखंड में वोटर मैपिंग प्रक्रिया तेज, CEO ने दी बड़ी जानकारी, घाटशिला उपचुनाव पर भी आया बड़ा अपडेट
Jharkhand Voter Mapping: झारखंड में मतदाता सूची अद्यतन (SIR) की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. CEO के. रवि कुमार ने वोटर मैपिंग प्रक्रिया और घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा की. इस प्रक्रिया में माता-पिता और संतान के संबंध जोड़कर सटीक मतदाता सूची तैयार की जा रही है.
Jharkhand Voter Mapping, रांची: झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के. रवि कुमार ने राज्य में मतदाता सूची अद्यतन (SIR) की तैयारियों की समीक्षा बैठक की. इसके अलावा उन्होंने घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर हुई तैयारियों की भी जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि झारखंड में वोटर मैपिंग प्रक्रिया तेजी से प्रगति पर है. इस प्रक्रिया में मौजूदा मतदाताओं को उनके पिछले रिकॉर्ड से सही तरीके से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि सभी प्रकार की दस्तावेजी समस्या का समाधान हो सके.
माता-पिता और संतान के संबंधों को भी जोड़कर तैयार की जा रही है सटीक मतदाता सूची
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि मैपिंग में माता-पिता और संतान के संबंधों को भी जोड़कर एक व्यापक और सटीक मतदाता सूची तैयार की जा रही है. इस प्रक्रिया को बीएलओ ऐप, मैनुअल तरीकों और एक्सेल शीट्स के माध्यम से पूरी गंभीरता से लागू किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन कड़ाई से किया जा रहा है और नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले यह कार्य पूर्ण किया जाना जरूरी है. केंद्रीय अधिकारियों के अनुसार, यह मैपिंग अधिकांश रूप से पूरा हो चुका है, और बचे हुए कामकाज को बुधवार तक अंतिम रूप देने की उम्मीद है.
घाटशिला उपचुनाव की क्या है तैयारियां
घाटशिला उपचुनाव के संदर्भ में के. रवि कुमार ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कुल 13 उम्मीदवारों की सूची तैयार की गई है. उन्होंने बताया कि उपचुनाव अगले महीने 11 तारीख को आयोजित किया जाएगा. इसके लिए आवश्यक तैयारियों जैसे कि ईवीएम की कॉन्फिगरेशन, मतपत्रों की प्रिंटिंग और अन्य व्यवस्थाएं इस समय जोरों पर हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान प्रक्रिया की पूरी तैयारी को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
Also Read: उग्रवाद की धरती से उठी सोहराय कला की खुशबू, राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा हजारीबाग का यह गांव
