राज्यसभा चुनाव : भाजपा के पास 29 विधायक, रोचक होगा चुनाावी मुकाबला

राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता के उम्मीदवार दीपक प्रकाश को निर्दलीय उम्मीदवार अमित यादव का भी साथ मिला है.

By PankajKumar Pathak | March 13, 2020 6:51 PM

रांची : राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता के उम्मीदवार दीपक प्रकाश को निर्दलीय उम्मीदवार अमित यादव का भी साथ मिला है. भाजपा के पास 25 विधायक हैं आजसू के लंबोदर महतो भी भाजपा के साथ हैं. राज्यसभा की दो सीटों में से एक पर झारखंड मुक्ति मोरचा के मुखिया दिशोम गुरु शिबू सोरेन चुनावी मैदान में हैं. दूसरी सीट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश इस सीट पर दावेदारी कर रहे हैं.

निर्दलीय विधायक अमित यादव दीपक प्रकाश के नामांकन पत्र के तीसरे सेट में प्रस्तावक बने हैं. इससे पहले एक सेट में विधायक सीपी सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा,अमर बाउरी, अनंत ओझा,विरंची नारायण,मनीष जायसवाल, राज सिन्हा, किशुन दास, नवीन जायसवाल, डॉ नीरा यादव प्रस्तावक बने. दूसरे सेट में आजसू विधायक लंबोदर महतो, बाबूलाल मरांडी,रामचंद्र चंद्रवंशी,नारायण दास,जेपी पटेल,अमित मंडल,कोचे मुंडा,केदार हाजरा,भानूप्रताप शाही,एवम अपर्णा सेन गुप्ता प्रस्तावक बने हैं.

निर्दलीय विधायक श्री अमित यादव ने भी अपना समर्थन देते हुए तीसरे सेट के नामांकन पत्र में प्रस्तावक बनकर हस्ताक्षर किया है. इसके साथ ही श्री शशिभूषण मेहता,आलोक चौरसिया,समरी लाल,इंद्रजीत महतो,पुष्पा देवी,अमित मंडल और रणधीर कुमार सिंह शामिल हैं.

झारखंड मुक्ति मोरचा की स्थिति समझिये

झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास राज्यसभा की एक सीट जीतने की पूरी संख्या है. शिबू सोरेन की जीत पक्की मानी जा रही है. झामुमो के पास 29 सीटें हैं जीतने के लिए सिर्फ 27 सीट चाहिए. दूसरी सीट को लेकर यूपीए के पास जो आंकड़ा है वह इस प्रकार है. कांग्रेस के पास 16 विधायक हैं. हाल में ही झारखंड विकास मोरचा से आयो दो विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को जोड़ दें तो यह संख्या 18 पहुंचती है. राजद के पास एक, एनसीपी के पास एक और माले के पास भी एक विधायक है और 2 निर्दलीय विधायक हैं. कांग्रेस निर्दलीय और दूसरे विधायकों के भरोसे उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है.

भाजपा की स्थिति

भारतीय जनता पार्टी के साथ अब निर्दलीय विधायक अमित यादव हैं. आजसू विधायक लंबोदर महतो भी प्रस्तावकों में शमिल हुए हैं इन दोनों के भाजपा के साथ आने से भाजपा भी जीत की तरफ बढ़ती दिख रही है. भाजपा के पास 25 सीटें हैं. बाबूलाल भाजपा में शामिल हुए हैं उन्हें जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 26 हो जाती है. राज्यसभा चुनाव में 1 सीट जीतने के लिए 1 विधायक कम थे. वही भाजपा अपने पूर्व सहयोगी आजसू की तरफ देख रही थी अब आजसू के साथ आने से और निर्दलीय विधायक अमित के साथ होने से भाजपा मजबूत स्थिति में है. ध्यान रहे कि 26 मार्च को राज्यसभा का चुनाव होना है.

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