झारखंड में बिजली की ओवर लोड के कारण हो रही ट्रीपिंग, इन जिलों में 5 घंटे से अधिक की कटौती

तेनुघाट की एक यूनिट पतरातू लाइन बनाये जाने की वजह से बंद है. इसकी दूसरी यूनिट से 147 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. वहीं इनलैंड पावर से 47 मेगावाट बिजली मिल रही है

By Prabhat Khabar | June 9, 2023 9:13 AM

जेबीवीएनएल का दावा है कि राज्य में कहीं भी लोड शेडिंग नहीं हो रही है. पर राजधानी समेत सभी हिस्सों में गर्मी की वजह से ट्रांसफाॅर्मर पर ओवर लोड के कारण ट्रिपिंग जारी है. राजधानी के मेन रोड, डोरंडा, हरमू, कोकर, रातू रोड में ट्रिपिंग की शिकायत ज्यादा मिल रही है. इधर, डीवीसी कमांड एरिया के धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग, कोडरमा, बोकारो व चतरा में 24 घंटे में चार से पांच घंटे तक बिजली कटौती की शिकायत मिली है. डीवीसी कमांड एरिया में 500 मेगावाट बिजली दी जा रही है. पर गर्मी की वजह से ट्रांसफाॅर्मर ओवरलोडेड हो जा रहा है.

पावर एक्सचेंज से 106 मेगावाट बिजली ली गयी :

तेनुघाट की एक यूनिट पतरातू लाइन बनाये जाने की वजह से बंद है. इसकी दूसरी यूनिट से 147 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. वहीं इनलैंड पावर से 47 मेगावाट बिजली मिल रही है. सीपीपी से तीन मेगावाट बिजली मिल रही थी. तेनुघाट से 150 मेगावाट बिजली कम मिलने से जेबीवीएनएल ने पावर एक्सचेंज से 106 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीद कर फिलहाल राज्य को लोड शेडिंग से मुक्त रखा है. डीवीसी कमांड एरिया को छोड़ कर राज्य में 1600 मेगावाट बिजली उपलब्ध थी. मांग भी करीब 1600 मेगावाट की ही थी.

एसी के कारण ट्रांसफॉर्मर पर लोड बढ़ा : जीएम

रांची एरिया बोर्ड के जीएम पीके श्रीवास्तव ने कहा कि लोड कम सैंक्शन कराने के बावजूद लोग धड़ल्ले से एसी का इस्तेमाल कर रहे हैं. एक घर में तीन-तीन, चार-चार एसी एक साथ चलने से ट्रांसफाॅर्मर पर लोड बढ़ता है. इस कारण ट्रिपिंग हो जाती है. उन्होंने कहा कि एसी उपयोग में सर्तकता बरतने से 30 से 50% बिजली बिल में कमी हो सकती है़ यदि उपयोग के दौरान फिक्स तापमान को 25 से 27 डिग्री तक कर दिया जाये, तो कंप्रेशर कम चलेगा और बिजली की खपत भी कम होगी. लोगों को गर्मी से राहत भी मिलेगी.

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