कोरोना : बोले बाबूलाल, एनआरसी के विरोध में कडरु हज हाउस में बैठे लोगों का धरना खत्म कराये सरकार

देशभर में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार से मांग की है कि वह इस धरना प्रदर्शन को बंद कराये.

By PankajKumar Pathak | March 17, 2020 12:30 PM

रांची : शाहीन बाग की तर्ज पर रांची के कडरु हज हाउस के पास भी एनआरसी को लेकर विरोध हो रहा है. देशभर में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार से मांग की है कि वह इस धरना प्रदर्शन को बंद कराये.

सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए जो भी किया है उनकी पहल अच्छी है. कल ही मैं इस वायरस से बचाव के लिए सदन में कुछ कहना चाहता था लेकिन फिर लोग कहते कि मैं राजनीति कर रहा हूं इसलिए चुप रहा. कोरोना के मरीजों को रखने के लिए जो आइसोलेशन वार्ड बना है उसे रिम्स में नहीं बनाना चाहिए.

इसे अस्पताल से दूर बनाया जाना चाहिए क्योंकि कमजोर शरीर में वायरस ज्यादा तेजी से फैलता है. नियम के अनुसार इसे अस्पताल से दूर बनाया जाना चाहिए. अस्पताल में पहले से मरीज है वहीं अगर कोरोना के मरीज होंगे तो खतरा बढ़ेगा. बेहतर होता है कि जो भवन दूर हो उसे ठीक कर आइसोलेशन वार्ड बनाया जाना चाहिए. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.

धरना में जो भी नेता भाषण दे रहे है उससे राज्य में भय का माहौल बन रहा है. इस धरना से सभी का नुकसान हो रहा है ऐसे में सरकार को समय रहते कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत हैं. धरना में कोरोना के फैलने का भी खतरा बना रहेगा.

भाजपा विधायक दल के नेता बाबुलाल मरांडी ने कहा, मैंने सरकार को सुझाव दिया है कि राज्य में जहां भी आइसोलेशन वार्ड बन रहा है उसे अस्पताल में न बनाया जाए. आइसोलेशन वार्ड को थोड़ी दूर बनाएं ताकि मरीजो को नुकसान न हो.

कोरोना संक्रमण वैसे लोगों को जल्दी होता है जो शारिरिक रूप से कमजोर है. मरांडी ने कहा, मैंने विधानसभा परिसर को भी सेनेटाइ करने की मांग की है. रांची के कडरु में चल रहे धरना को भी समाप्त किया जाना चाहिए. सरकार इस धरना को समाप्त करे.

दिल्ली में भी कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए एक जगह पर 50 लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह स्पष्ट किया था कि रोक के दायरे में शाहीन बाग का प्रदर्शन भी आएगा, आप नेता ने कहा, ‘‘यह (रोक) सभी पर लागू होगी, चाहे वह प्रदर्शन हो या सभा.

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